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    जौनपुर में माता-पिता की हत्या कर शव गोमती नदी में फेंका, 40 गोताखोरों ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Tue, 16 Dec 2025 01:36 PM (IST)

    जौनपुर के जफराबाद में एक कलयुगी बेटे ने अपने माता-पिता की हत्या कर शव को गोमती नदी में फेंका। पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है और शव की तलाश ...और पढ़ें

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    पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शव की तलाश के लिए लगभग 40 गोताखोरों की टीम का गठन कर गोमती में उतार द‍िया है।

    जागरण संवाददाता, जौनपुर। जफराबाद के अहमदपुर गांव में दिल दहला देने वाली घटना के तौर पर कलयुगी बेटे द्वारा अपने माता-पिता की हत्या कर उनके शव को बोरे में भरकर गोमती नदी में फेंकने की जानकारी के बाद मंगलवार को पुल‍िस साक्ष्‍य जुटाने में लग गई। यह घटना तब सामने आई जब पुलिस ने एक सप्ताह बाद आरोपित बेटे को गिरफ्तार किया। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शव की तलाश के लिए लगभग 40 गोताखोरों की टीम का गठन कर गोमती में उतार द‍िया है।

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    पुलिस सूत्रों के अनुसार, वंदना नामक बेटी ने अपने माता-पिता, श्याम बहादुर और बबिता देवी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता 12 दिसंबर से लापता हैं। इसके साथ ही, उनका भाई अंबेश भी लापता था। पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।

    जांच के दौरान पता चला कि अंबेश ने ही पैसे के विवाद और घरेलू कलह के चलते अपने माता-पिता की हत्या की। इसके बाद उसने शव को गोमती नदी में फेंकने का निर्णय लिया। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जफराबाद, जलालपुर और केराकत थाना पुलिस की टीम ने मिलकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया।

    पुलिस ने बताया कि अंबेश ने 2019 में बीटेक की पढ़ाई पूरी की थी, लेकिन लॉकडाउन के बाद से वह बेरोजगार था। इस दौरान उसके मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ा था। घटना की जानकारी मिलने के बाद फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची और घर को सीज कर दिया गया।

    पुलिस ने बताया कि अंबेश की गिरफ्तारी के बाद से मामले की जांच में तेजी आई है। शव की तलाश के लिए गोताखोरों की टीम लगातार गोमती नदी में सर्च ऑपरेशन चला रही है। पुलिस ने यह भी बताया कि इस मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी।

    इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है। स्थानीय लोग इस घटना को लेकर चिंतित हैं और पुलिस प्रशासन से न्याय की मांग कर रहे हैं। गांव के लोगों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं समाज में असुरक्षा का माहौल पैदा करती हैं।

    पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे मामले की गहराई से जांच करेंगे और दोषियों को सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया है कि घरेलू कलह और आर्थिक समस्याएं कभी-कभी गंभीर अपराधों का कारण बन सकती हैं।

    मंगलवार दोपहर तक शव की तलाश जारी है और पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि यदि किसी को इस मामले में कोई जानकारी हो तो वह पुलिस को सूचित करें। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए समाज को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है।

    इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल उठाया है कि पार‍िवार‍िक मूल्‍य क्या कमजोर पड़ रहे हैं। वहीं जफराबाद पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की है और उम्मीद जताई है कि जल्द ही शव को बरामद कर लिया जाएगा। दूसरी ओर फारेंस‍िक टीम साक्ष्‍य संकलन कर रही है।

    दिखावा ने अंबेश को बना दिया कातिल 
    माता-पिता को मौत के घाट उतराने वाले अंबेश कुमार ने 2019 में बीटेक की पढ़ाई पूरी की थी। हालांकि वह अभी भी बेरोजगार ही है। एशोआराम पसंद और दिखाऊ जिंदगी के साथ ही कोई काम नहीं होने से आर्थिक रूप से वह परेशान रहता था। लाकडाउन के दौरान कोलकाता में उसने प्रेम विवाह कर लिया। तब से परिवार में उसका विरोध चल रहा था। उसकी पत्नी कोलकाता में ही ब्‍यूटी पार्लर संचाल‍ित करती है।