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    जौनपुर में भी था राहुल सिंह राजपूत का आतंक, 16 की उम्र में ही किया पहला अपराध… 2005 में दर्ज हुआ था पहला मुकदमा

    Updated: Wed, 23 Jul 2025 07:01 PM (IST)

    जौनपुर के रामपुर थाना क्षेत्र के राहुल सिंह राजपूत पर आठ मुकदमे दर्ज हैं। 2005 में उस पर पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। 16 साल की उम्र में ही उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा था। राहुल पर हत्या वसूली हत्या के प्रयास जैसे 31 आपराधिक मामले दर्ज हैं। बिहार के औरंगाबाद में मुखिया की हत्या के मामले में वह वांछित था जिसे दिल्ली क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया।

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    रामपुर के चौर गांव निवासी राहुल सिंह राजपूत पर दर्ज हैं आठ मुकदमे

    जागरण संवाददाता, जौनपुर। रामपुर थाना क्षेत्र के चौर गांव निवासी राहुल सिंह राजपूत पर जौनपुर जिले में आठ मुकदमे दर्ज हैं। यह दो भाइयों में बड़ा है। छोटा भाई रोहित सिंह परिवार के साथ मुंबई में रहता है। 

    पिता शिवराज सिंह जमशेदपुर में रहते थे। इस समय लगभग दो साल से घर चौर आकर खेती-बाड़ी कर रहे हैं। घर पर पुराने बने मकान में उसके माता-पिता रहते हैं। 

    बता दें कि बिहार के औरंगाबाद जिले में मुखिया पद को लेकर झगड़े में पूर्व मुखिया संजय सिंह की गोली मारकर हत्या करने के मामले में वांछित कुख्यात बदमाश राहुल सिंह राजपूत को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। 

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    मुखिया हत्याकांड में राहुल सिंह राजपूत के खिलाफ औरंगाबाद की अदालत से गैर-जमानती वारंट जारी था। इस पर यूपी के जौनपुर, वाराणसी, भदोही, देवरिया, चंदौली, गाजीपुर जिले के विभिन्न थानों में 31 आपराधिक मामले दर्ज हैं। ये मामले हत्या, जबरन वसूली, हत्या के प्रयास, लूटपाट, एनडीपीएस अधिनियम, यूपी गैंगस्टर अधिनियम, शस्त्र अधिनियम आदि के हैं।

    थानाध्यक्ष रामपुर देवानंद रजक ने बताया कि राहुल सिंह राजपूत पर पहला मारपीट का मुकदमा 2005 में रामपुर थाने में दर्ज हुआ। उसके बाद 2012 में बरसठी में हत्या के प्रयास व रंगदारी का मामला, रामपुर में हत्या के प्रयास का मामला, बरसठी में एक और हत्या के प्रयास और रंगदारी का मामला, रामपुर में रंगदारी का मामला, रामपुर में अवैध असलहा रखने का मामला दर्ज हुआ। 

    उसी समय 2012 में राहुल के खिलाफ गैंग्सटर एक्ट की कार्रवाई करते हुए रामपुर थाने में गैंग्सटर एक्ट में एफआईआर दर्ज हुआ। 2014 में रामपुर थाने में उसे आदतन अपराधी घोषित करते हुए रिपोर्ट दर्ज हुई है। 

    बताया कि गत छह महीने से राहुल के घर लगातार दबिश दी जा रही है, लेकिन वह थाना क्षेत्र में कहीं दिखाई नहीं पड़ा। स्थानीय स्तर पर पुलिस उसकी गतिविधियों पर नजर बनाए रही। 

    16 वर्ष की उम्र में अपराध की दुनिया में रखा कदम 

    कई जिलों में आतंक के पर्याय बन चुके राहुल सिंह राजपूत के नाम पुलिस रिकार्ड में 31 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। महज 16 वर्ष की उम्र में राहुल हाईस्कूल पास करने के बाद अपराध की दुनिया में कदम रखा और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। बीते दो दशकों में वाराणसी, गाजीपुर, देवरिया, चंदौली, मुगलसराय, भदोही, जौनपुर आदि जिलों में आतंक का पर्याय बन गया।