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    पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने संबद्ध 57 महाविद्यालयों में बढ़ाई सीटें, अब और छात्रों को मिलेगा उच्च शिक्षा का मौका

    पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने गाजीपुर और जौनपुर के 57 महाविद्यालयों में सीटों की संख्या में 33 प्रतिशत की वृद्धि की है। इस निर्णय से बीए बीएससी बीकॉम एमए एमएससी और एमकॉम पाठ्यक्रमों में अधिक छात्रों को प्रवेश का अवसर मिलेगा। यह कदम छात्रों की बढ़ती मांग को देखते हुए उठाया गया है जिससे अधिक से अधिक छात्र गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें।

    By Riya Pandey Edited By: Riya Pandey Updated: Wed, 16 Oct 2024 02:46 PM (IST)
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    पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध गाजीपुर व जौनपुर के 57 महाविद्यालयों में सीटों की संख्या बढ़ी (प्रतीकात्मक फोटो)

    संवाद सहयोगी, मल्हनी (जौनपुर)। Purvanchal University: जौनपुर के पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध गाजीपुर व जौनपुर के 57 महाविद्यालयों में सीटों की संख्या में वृद्धि की गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने बीते सोमवार को बीए, बीएससी, बीकाम, एमए, एमएससी और एमकाम पाठ्यक्रमों में 33 प्रतिशत सीटें बढ़ाने का निर्णय लिया है, जिससे छात्रों के लिए शिक्षा के अधिक अवसर उपलब्ध होंगे।

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    अधिक छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने का मिलेगा अवसर

    विश्वविद्यालय से गाजीपुर व जौनपुर के कुल 573 महाविद्यालय संबद्ध हैं। इनमें से 57 महाविद्यालयों द्वारा सीट वृद्धि की मांग की गई थी, जिसे विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्वीकार करते हुए मूल सीटों में 33 प्रतिशत की वृद्धि की है। यह निर्णय उन महाविद्यालयों पर लागू होगा जिन्होंने समय से सीट वृद्धि के लिए आवेदन किया था। सीटों में वृद्धि से अधिक संख्या में छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।

    स्नाकोत्तर स्तर पर अधिक छात्रों के दाखिले की संभावना

    खासकर बीए, बीएससी व बीकाम जैसे स्नातक स्तर के कोर्सों में इस वृद्धि से उन छात्रों को लाभ होगा जो अब तक सीटों की कमी के कारण दाखिला नहीं ले पा रहे थे। स्नातकोत्तर स्तर पर भी एमए, एमएससी, और एमकाम के पाठ्यक्रमों में अधिक छात्रों के दाखिले की संभावना बढ़ी है।

    छात्रों की बढ़ती मांग को देखते हुए उठाया गया कदम

    इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि यह कदम छात्रों की बढ़ती मांग को देखते हुए उठाया गया है, जिससे अधिक से अधिक छात्र गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें।

    सीटों की कमी के कारण अब शिक्षा से वंचित नहीं रहेंगे छात्र

    विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सीट वृद्धि से संबंधित सभी महाविद्यालय आवश्यक संसाधन और शैक्षणिक ढांचा तैयार करेंगे ताकि छात्रों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। शिक्षा के विस्तार के साथ-साथ उन छात्रों के लिए विशेष रूप से लाभकारी साबित होगा जो अब तक सीटों की कमी के कारण शिक्षा से वंचित रह जाते थे।

    सीट वृद्धि की प्रक्रिया

    जिन महाविद्यालयों ने सीट वृद्धि की मांग की थी, उनमें से प्रत्येक को उनकी मूल सीटों का 33 प्रतिशत अतिरिक्त आवंटन दिया गया है। इस प्रक्रिया को पारदर्शी ढंग से पूरा किया गया है, और जल्द ही सभी संबंधित महाविद्यालयों को इस बारे में औपचारिक सूचना भेजी जाएगी।

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