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    जौनपुर में कस्तूरबा विद्यालय की छात्रा एक दिन के लिए बनी बीएसए, संभाला पदभार

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 01:35 PM (IST)

    जौनपुर में ‘मिशन शक्ति फेज-5’ के तहत कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय धर्मापुर की छात्रा काजल बेनवंशी को एक दिन के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) बनाया गया। बतौर बीएसए काजल ने विद्यालय परिसर में साफ-सफाई और बच्चों को पौष्टिक भोजन देने पर जोर दिया। उन्होंने छात्राओं की शिक्षा और स्वास्थ्य से समझौता न करने की बात कही।

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    कस्तूरबा विद्यालय की छात्रा एक दिन के लिए बनी बीएसए।

    जागरण संवाददाता, जौनपुर। महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए चल रहे ‘मिशन शक्ति फेज-5’ अभियान के तहत बुधवार को अनोखी पहल देखने को मिली। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, धर्मापुर की कक्षा आठ की छात्रा काजल बेनवंशी को एक दिन के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई।

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    बतौर बीएसए काजल ने कहा विद्यालय परिसर में साफ-सफाई, बच्चों को मीनू के अनुसार पौष्टिक भोजन देने व गुणवत्तायुक्त शिक्षा पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि छात्राओं की शिक्षा और स्वास्थ्य से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए।

    काजल ने जिला समन्वयक (निर्माण) को भी सख्त निर्देश दिए कि प्रधान द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्रों का समयबद्ध निस्तारण किया जाए और किसी भी प्रकार की गलती न होने पाए। इस दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. गोरखनाथ पटेल, जिला समन्वयक बालिका शिक्षा शोभा तिवारी, जिला समन्वयक (निर्माण) रजा हसन, जिला समन्वयक (समेकित शिक्षा) वार्डिन, वार्डन वीणा उपाध्याय, शिक्षक शशिधर उपाध्याय सहित विद्यालय की कई छात्राएं शालू, खुशी, उजाला और स्नेहा उपस्थित रहीं।

    बीएसए ने कहा कि ‘मिशन शक्ति फेज-5’ की इस पहल का उद्देश्य बालिकाओं में नेतृत्व क्षमता का विकास करना, उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और शिक्षा के साथ-साथ प्रशासनिक कार्यप्रणाली से परिचित कराना है। यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि बेटियां भी समाज में नेतृत्व की बड़ी भूमिका निभा सकती हैं।