Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    राज्यपाल आनंदीबेन की नाराजगी के बाद पूर्वांचल यूनिवर्सिटी का बड़ा एक्शन, दो वार्डन को हटाकर बनाई जांच कमेटी

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 07:43 PM (IST)

    वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 29वें दीक्षा समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जताई जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने सख्ती दिखाई है। कुलपति प्रो. वंदना सिंह के आदेश पर दो हॉस्टलों के वार्डन को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। साथ ही मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है।

    Hero Image
    राज्यपाल की नाराजगी के बाद पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति ने दो वार्डन को हटाया। जागरण

    जागरण संवाददाता, जौनपुर । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 29 वें दीक्षा समारोह में राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल द्वारा अव्यवस्थाओं को लेकर जताई गई नाराजगी पर अब विश्वविद्यालय प्रशासन सख्त हो गया है। कुलपति प्रो. वंदना सिंह के आदेश पर कार्यवाहक कुलसचिव डा.विनोद कुमार सिंह ने बुधवार को सुबह कार्यालय खुलते ही कार्रवाई करते हुए दो हास्टलों के वार्डन को तत्काल प्रभाव से हटा दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय जांच समिति गठिन

    इसके साथ ही जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन कर दिया है। राज्यपाल ने सोमवार को दीक्षा समारोह के दौरान हास्टलों की अव्यवस्था, ट्रांजिट हास्टल में अंग्रेजी शराब की बोतल मिलने और महिला छात्रावास में छात्राओं की कम उपस्थिति पर नाराजगी जताई थी। इसके बाद कुलपति ने सीधे जिम्मेदारों पर कार्रवाई करते हुए ट्रांजिट हास्टल के वार्डन राजित राम सोनकर को पद से मुक्त कर मनीष प्रताप सिंह को नया वार्डन नियुक्त किया। इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है।

    जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश

    इसमें मुख्य प्राक्टर प्रो. राजकुमार सोनी, मुख्य वार्डन प्रो. सौरभ पाल और प्रो. मनोज कुमार शामिल हैं। समिति को जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि दोषियों पर आगे की कार्रवाई की जा सके। इसी तरह महिला हास्टल में छात्राओं की संख्या कम पाए जाने पर वार्डन डा. पूजा सक्सेना को भी पद से हटा दिया। उनकी जगह मनोविज्ञान विभाग की अध्यापिका डा. अनु त्यागी को नए वार्डन की जिम्मेदारी सौंपा।

    कुलपति ने हास्टल की भोजन व्यवस्था को लेकर भी सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने डा. मनीष कुमार गुप्त को खाद्य सामग्री व मसालों की नियमित जांच की जिम्मेदारी सौंपी है, ताकि छात्र-छात्राओं को गुणवत्तायुक्त भोजन मिल सके।

    कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में अनुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेही सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी स्तर की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह संस्थान अकादमिक उत्कृष्टता के साथ प्रशासनिक शुचिता का भी उदाहरण बने, यही हमारी प्राथमिकता है।