जौनपुर: परिषदीय स्कूल में 6 साल की बच्ची से दुष्कर्म, मचा हड़कंप
जौनपुर के मछलीशहर में एक परिषदीय विद्यालय में छह वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पिता ने अज्ञात छात्र के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई ह ...और पढ़ें

बालिका ने घर लौटकर रोते हुए अपने पिता को इस घटना की जानकारी दी।
जागरण संवाददाता, जौनपुर। मछलीशहर के एक परिषदीय विद्यालय में पढ़ने वाली एक छह वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। बालिका के पिता ने अज्ञात छात्र के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी है। पुलिस का कहना है कि बालिका के मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
एक मोहल्ला निवासी व्यक्ति ने अपनी पुत्री के साथ हुई घटना की जानकारी देते हुए कोतवाली में तहरीर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि शुक्रवार की सुबह उनकी बेटी प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने गई थी। इसी दौरान, सहपाठी अज्ञात छात्र ने उसे बहला-फुसलाकर स्कूल के एकांत स्थान पर ले जाकर उसके साथ छेड़खानी और दुष्कर्म किया। बालिका ने घर लौटकर रोते हुए अपने पिता को इस घटना की जानकारी दी।
तहरीर में स्कूल के अध्यापकों पर बच्चों की निगरानी में लापरवाही बरतने का आरोप भी लगाया गया है। कोतवाली प्रभारी उपनिरीक्षक होरीलाल यादव ने बताया कि बालिका के साथ छेड़खानी और दुष्कर्म की तहरीर प्राप्त हुई है। महिला कांस्टेबल की निगरानी में बालिका को जिला महिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है। यदि मेडिकल रिपोर्ट में पुष्टि होती है, तो संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अभिभावकों में भय और चिंता का माहौल है, क्योंकि इस प्रकार की घटनाएं बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकती हैं। विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
इस घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन और शिक्षा विभाग को चाहिए कि वे विद्यालयों में सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करें। बच्चों की सुरक्षा के लिए शिक्षकों को भी अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
इस प्रकार की घटनाएं समाज में चिंता का विषय बन गई हैं और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। सभी को मिलकर इस दिशा में प्रयास करने होंगे ताकि बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण मिल सके। इस घटना ने सभी को एकजुट होकर बच्चों की सुरक्षा के लिए आवाज उठाने की प्रेरणा दी है।

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