बच्चों में परीक्षा के तनाव को दूर कर बढ़ाएं आत्मविश्वास
दैनिक जागरण के हैलो डाक्टर कार्यक्रम में बुधवार को मेहमान।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : दैनिक जागरण के हैलो डाक्टर कार्यक्रम में बुधवार को मेहमान रहे मनोवैज्ञानिक डाक्टर विवेक पांडेय से अभिभावकों ने न सिर्फ बच्चों के एग्जाम फोबिया से बचने के उपाय पूछे, बल्कि तनाव, कम समय में कैसे करें परीक्षा की तैयारी आदि संबंधित प्रश्नों को पूछा। डाक्टर पांडेय ने संजीदगी से उनकी समस्याओं को सुनकर परामर्श दिया। कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के प्रकोप के बीच शुरू हो रही परीक्षा को लेकर बच्चों में इस बार अधिक तनाव है। परीक्षा में सफलता के लिए जरूरी है कि बच्चों का आत्मविश्वास कमजोर न हो। उन्हें तनाव महसूस न हो। इसके लिए अभिभावक समय-समय पर बच्चों का हौसला बढ़ाएं। दूसरों से उनकी तुलना न करें। उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने की आजादी दें। प्रस्तुत है प्रमुख सवाल व उनके जवाब..।
सवाल: बच्चे इस समय परीक्षा को लेकर तनाव में हैं। इसके लिए क्या करें?
जवाब: बच्चों की समयबद्ध तरीके से पढ़ाई हो और सामान्य जीवनशैली रखें। इससे बच्चों को तनाव से दूर रखने में मदद मिलेगी और वह बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।
सवाल : मेरा बच्चा पहली बार बोर्ड परीक्षा में शामिल होगा। परीक्षा को लेकर उसे तनाव व घबराहट है। उसे इस डर से कैसे उबारा जाए?
जवाब : एग्जाम फोबिया एक ऐसी मानसिक दशा है कि जिसमें परीक्षा के डर और घबराहट के कारण छात्र का उर्जा स्तर गिरने लगता है। मानसिक व शारीरिक तनाव के साथ याददाश्त भी कम होने लगती है। छात्र को आसान से विषय भी कठिन लगने लगते हैं। उसके लिए बार-बार प्रयास करने पर भी चीजों को याद करना कठिन हो जाता है। डांटने की बजाय उसे उत्साहित करें।
सवाल: बच्चे अच्छे परिणाम को लेकर तैयारी करते हैं, वहीं सफलता न मिलने पर हताश हो जाते हैं। ऐसे में उन्हें कैसे संभालें?
जवाब : बच्चों को सर्वोच्च अंक के लिए प्रेरित अवश्य करें। मगर, उन्हें पाजिटिव-निगेटिव दोनों परिस्थितियों के लिए पहले से अपडेट रखें। ऐसे में मनमुताबिक परिणाम न आने पर बच्चा हतोत्साहित होने की बजाए नया लक्ष्य तय करने पर फोकस करेगा।
सवाल: एग्जाम फोबिया से बच्चे को कैसे बचाया जाए?
जवाब: तनाव, नींद न आना, घबराहट, भय, व्यवहार में परिवर्तन, उदासी, पढ़ाई में मन न लगना, बार-बार पढ़ने के बाद भी याद न आना आदि एग्जाम फोबिया के प्रमुख लक्षण हैं। इससे बचाने के लिए बच्चों के अंदर डर न पनपने दें। जिस विषय में उसे परेशानी हो रही हो विशेषज्ञ शिक्षक से संबंधित विषय में परामर्श ले।
सवाल: इस समय कैसे पढ़ें कि सभी विषय की तैयारी हो सके?
जवाब: सभी विषयों को समयवद्ध तरीके से पढ़ें। घबराहट में कोई विषय न पढ़ें। जिस विषय में दिक्कत हो विशेषज्ञ शिक्षक से सवाल करें। इन लोगों ने पूछे सवाल
विश्वामित्र मुंगराबादशाहपुर, लक्ष्मी शंकर प्रजापति तेजी बाजार, मोहम्मद कासिम पोटरिया, दिलीप कुमार सिंह बरहपुर, रामराज यादव चंदवक, राम बदन पतरहीं, शिव कुमार गुप्त केराकत, जयसिंह यादव बिसौरी, मनोज यादव बक्शा आदि।
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