जौनपुर में कफ सीरप तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर तीन स्थानों पर ED का छापा, सात घंटे तक चली जांच
जौनपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कफ सीरप की तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में तीन स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई लगभग सात घंटे तक चली। ई ...और पढ़ें

जिले में तीन स्थानों पर ईडी का छापा।
जागरण संवाददाता, जौनपुर। कोडीनयुक्त कफ सीरप तस्करी व मनी लॉड्रिंग के मामले में शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नगर के तीन स्थानों पर छापेमारी की। लगभग सात घंटे गहन जांच व पूछताछ के बाद टीम अपने साथ दवाओं की खरीद व बिक्री, रुपये के लेन-देन आदि के रिकार्ड फोटो स्टेट कराकर साथ ले गई। छापेमारी को लेकर जिलेभर में तरह-तरह की चर्चा रही।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम तीन वाहनों से सीआरपीएफ के जवानों के साथ दोपहर 12 बजे नगर में पहुंची। पहली टीम ने सीएमओ कार्यालय के सामने स्थित केदार फार्मा के प्रोपराइटर अमर पांडेय के आवास पर दबिश दी। यहां लगभग छह घंटे तक कोडीन सीरप की खरीद व बिक्री के बारे में पूछताछ की।
आवश्यक अभिलेखों का फोटो स्टेट कराकर साथ ले गई। दूसरी टीम नगर कोतवाली क्षेत्र के राम टाकीज के पास विकास सिंह नार्वे के ठिकाने पर पहुंची। यहां टीम दवाओं से संबंधित कागजात, मोबाइल डाटा, बैंक ट्रांजेक्शन और अन्य आवश्यक कागजात साथ ले गई।
तीसरी टीम ने एसएनजे टोयटा एजेंसी पर जाकर पूछताछ की। यहां आरोपितों के करीबियों से वाहनों की खरीद आदि के बारे में जांच की।
हालांकि एजेंसी के जनरल मैनेजर ने टीम के एजेंसी में आने की बात को खारिज करते हुए कहा कि बाहर वाहन खड़ा था लेकिन कोई भी न तो अंदर आया और न ही पूछता की। इस बारे में जौनपुर पुलिस ने किसी भी जानकारी से इनकार किया है।
अधिवक्ताओं ने किया प्रदर्शन
कोडीनयुक्त सीरप कांड में आरोपित अमर पांडेय के घर ईडी की छापेमारी के विरोध में कलेक्ट्रेट अधिवक्ताओं ने घर के बाहर प्रदर्शन किया। अधिवक्ता गौरव शुक्ला ने आरोप लगाया कि बिना नोटिस घर में घुसकर परिवार को बंधक बनाया गया, जिससे आक्रोश बढ़ गया है। आरोपित अमर पांडेय के बड़े अमित पांडेय दीवानी कचहरी में अधिवक्ता हैं।

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