पूर्वांचल विश्वविद्यालय में पढ़ाया जाएगा नेपाली, तमिल व संस्कृत भी
दीपक उपाध्याय जौनपुर : वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सेंटर आफ एक्सीलेंस भाषा केंद्र की स्थापना की गई है। इसका उद्देश्य छात्रों में विभिन्न भाषाओं का ज्ञान व रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करना है। इसमें भाषा केंद्र के माध्यम से पड़ोसी देश नेपाल की नेपाली भाषा के साथ ही तमिल, संस्कृत व हिंदी भाषा को जुलाई माह से पढ़ाया जाएगा। यह एक वर्षीय सर्टिफिकेट कोर्स व द्विवर्षीय डिप्लोमा कोर्स है जिसको आनलाइन व आफलाइन दोनों ही माध्यमों से पढ़ाया जाएगा। यहां पूर्वांचल के साथ ही अन्य प्रदेशों के भी छात्र आकर पढ़ाई कर सकेंगे। पूर्वांचल विश्वविद्यालय में इस कोर्स के संचालन के लिए छात्रों के पाठ्यक्रम के निर्माण का काम किया जा रहा है। इसमें तीन व छह माह का सर्टिफिकेट व एक से दो साल के डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई की जाएगी। इनकी परीक्षा कराकर प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इससे यहां प्रतिवर्ष बहुभाषी विद्वान तैयार किए जाएंगे जिससे केंद्र व राज्य सरकारों के विभिन्न विभागों व इकाइयों में राजभाषा अधिकारी, भाषा अनुवादक, भाषा सहायक व टंकक आदि जैसे विभिन्न सृजित पदों पर रोजगार उपलब्ध हैं। इसके साथ ही वर्तमान वैश्वीकरण के परिदृश्य में निजी टेलीविजन, रेडियो चैनलों] स्थापित पत्रिकाओं व समाचार पत्रों के भाषा के रूपांतर की भूमिका में रोजगार के अवसर में वृद्धि होगी। प्रदेश के सभी भाषा केंद्रों की विश्वविद्यालय कर रहा निगरानी उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से 21 जनवरी 2021 को पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सेंटर आफ एक्सीलेंस भाषा केंद्र की स्थापना की गई। यहां पर विभिन्न भाषाओं की पुस्तकों को अनुवाद करने का काम किया जा रहा है। यह उत्तर प्रदेश में संचालित यूपी कालेज वाराणसी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, मुरादाबाद कालेज, आगरा, गोरखपुर आदि विश्वविद्यालयों में स्थापित भाषा केंद्रों की निगरानी का नोडल केंद्र बनाया गया है। यह सभी के निरीक्षण व मूल्यांकन का दायित्व निभा रहा है। विभिन्न भाषाओं का किया जाएगा संचालन पूर्वांचल विश्वविद्यालय के भाषा केंद्र के माध्यम से विभिन्न भाषाओं का सर्टिफिकेट व डिप्लोमा कोर्स दिया जाएगा। इसके तहत जुलाई से आनलाइन व आफलाइन फार्म निकालकर एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होगी। इसका उद्देश्य है कि छात्र यहां से पढ़ाई कर अच्छा रोजगार हासिल कर सकेंगे। -प्रोफेसर निर्मला एस मौर्या, कुलपति, पूर्वांचल विश्वविद्यालय।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।