दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में डॉ. अशोक यादव ने डेंगू मलेरिया और वायरल बुखार जैसे रोगों पर जानकारी दी। उन्होंने डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों को पनपने से रोकने और बुखार होने पर तुरंत जांच कराने की सलाह दी। डॉक्टर ने हृदयघात और मधुमेह से बचने के लिए जीवनशैली में सुधार और व्यायाम करने पर जोर दिया।
दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर कार्यक्रम में बुधवार को उपस्थित रहे जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीशियन डाक्टर अशोक यादव। इनसे लोगों ने फोन पर डेंगू, मलेरिया, वायरल फीवर, हार्ट अटैक (हृदयाघात) की बढ़ती घटनाओं से निजात के उपाय पूछे। डाक्टर अशोक यादव ने संजीदगी से उनके प्रश्नों का उत्तर दिया। कहा कि डेंगू से बचना है तो घरों के आस-पास मच्छरों को न पनपने दें। सभी की भागीदारी से ही मच्छरों के प्रकोप पर अंकुश लग पाएगा। सलाह दी कि अगर तीन दिन लगातार बुखार आए तो अन्य जांचों के साथ डेंगू का भी अवश्य जांच कराएं। प्रस्तुत हैं प्रमुख सवाल व उनके जवाब...।
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डेंगू के प्रकोप से कैसे बचा जा सकता है? -वीरेंद्र गौतम, बरसठी।
डेंगू के मच्छर स्वच्छ पानी में पनपते हैं। समारोहों में प्रयोग के बाद फेंके गए प्लास्टिक के ग्लास, कूलर, घरों की छतों पर रखे गए छोटे-बड़े पात्रों के स्वच्छ जल में इनकी उत्पत्ति होती है। सावधानी बरतनी होगी कि आवास परिसर में कहीं भी किसी भी पात्र में बारिश का पानी एकत्र न हो। मच्छरों का प्रजनन रोकने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। घरों के आस-पास साफ-सफाई व जलभराव न होने दें। जलभराव वाले स्थानों पर सप्ताह में एक बार मिट्टी का तेल, जला मोबिल, डीजल आदि नियमित डालने से मच्छरों के प्रजनन पर काफी हद तक नियंत्रण हो जाएगा।
डेंगू के लक्षण क्या हैं? -श्रवण यादव, सिकरारा।
अचानक सिर में तेज दर्द के साथ बुखार आना, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना, आंखों के पीछे दर्द होना, जी मिचलाना, उल्टी आना, गंभीर मामलों में मुंह, नाक व मसूड़ों से खून आना, त्वचा पर चकत्ते उभरना आदि डेंगू के प्रमुख लक्षण हैं।
डेंगू के मरीज क्या सावधानी बरतें? -पिंटू नागर, मुफ्तीगंज।
डेंगू स्वत: ठीक होने वाली वायरल डिजीज है। इसका असर दो से सात दिन तक रहता है। पीड़ित को खूब पानी और तरल पदार्थ लेना चाहिए, जिससे डिहाइड्रेशन की स्थिति उत्पन्न न हो। अधिक पानी पीने से भी प्लेटलेट्स बढ़ता है। इसमें दर्द की दवा कतई न लें। बुखार आने पर सिर्फ पैरासिटामाल लें। प्लेटलेट्स कम होने अथवा शरीर पर चकत्ते पड़ने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें
जिला अस्पताल में डेंगू से उपचार की क्या व्यवस्था है? -राहुल यादव, सिकरारा।
डेंगू होने अथवा प्लेटलेट्स कम होने पर घबराएं नहीं। जिला अस्पताल सहित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू की मुफ्त जांच किट से की जाती है। पाजिटिव आने पर जिला चिकित्सालय में एलाइजा जांच की भी व्यवस्था है। इसके अलावा सभी अस्पतालों में अलग से डेंगू वार्ड बनाकर मरीजों का उपचार किया जाता है।जिला चिकित्सालय में प्लेटलेट्स की भी व्यवस्था है।
मधुमेह व हृदयाघात से बचने के लिए क्या उपाय करें?-चंदन जायसवाल, पिलकिछा।
व्यायाम बेहतर चिकित्सा पद्धति है। यह कई गंभीर बीमारियों से बचाता है। दिल की बीमारियों से बचना है तो मोटापा, धूमपान, मधुमेह, उच्च रक्तचाप से बचें। खान-पान, व्यायाम, अनियमित जीवन शैली में सुधार लाकर इससे बचा जा सकता है।
मेरे गले में व शरीर में दर्द के साथ बुखार आ रहा है, क्या करें?-अंजना दुबे, गोमती पब्लिक स्कूल, केराकत।
वर्तमान में वायरल का संक्रमण अधिक है। भीगने व धूप से बचें। बाहर से आकर तुरंत पानी न पीएं। संभव हो तो रात में एसी व कूलर का प्रयोग न करें। चिकित्सक के परामर्श पर दवा लें। एक सप्ताह में आराम मिल जाएगा।
इन लोगों ने पूछे सवाल प्रशांत मिश्र मीरगंज, अजय जायसवाल सिकरारा, अवनीश पांडेय गैरवाह, श्रवण यादव सिकरारा, दीपाली जायसवाल जोगियापुर, राजेंद्र बहादुर सिंह सिंगरामऊ, कमलेश यादव जलालपुर, प्रताप यादव बरईपार, अशोक सिंह डोभी आदि।
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