जिले में दो डेंगू के मरीज मिलने से मचा हड़कंप, 55 हुई पीड़ितों की संख्या
जिले में डेंगू के दो नए मामले सामने आए हैं, जिससे पीड़ितों की संख्या बढ़कर 55 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग सक्रिय रूप से स्थिति को नियंत्रित करने में लगा है और लोगों से सफाई रखने की अपील की है। मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं, क्योंकि डेंगू के मामलों में वृद्धि चिंता का विषय है।

जिले में दो डेंगू के मरीज मिलने से 55 हुई पीड़ितों की संख्या।
जागरण संवाददाता, जौनपुर। जनपद में एलाइजा से जांच में दो और डेंगू के मरीज मिले हैं। जनपद में पीड़ितों का आंकड़ा बढ़कर 55 पहुंच गया है। शुक्रवार को एक मरीज केराकत व एक डोभी क्षेत्र में मिला। सबसे अधिक नगर क्षेत्र में 10, केराकत व डोभी में पांच-पांच मरीज मिले हैं।
अक्टूबर माह में हुई अच्छी बारिश के बाद जगह-जगह हुए जलभराव के कारण डेंगू के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। बचाव के लिए सतर्कता जरूरी है। थोड़ी सी लापरवाही घातक साबित होगी। जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने कहा कि डेंगू में सावधानी और सतर्कता जरूरी है।
जांच उपचार में देरी भारी पड़ सकती है। डेंगू जानलेवा हो सकता है। बताया कि जनवरी से अब तक डेंगू के कुल 55 मरीज रिपोर्ट हो चुके हैं। सर्वाधिक प्रभावित ब्लाकों में सर्वाधिक 10 डेंगू मरीज नगरपालिका परिषद जौनपुर के हैं।
केराकत, डोभी में कुल पांच-पांच मरीज, बदलापुर, सुइथाकला में चार-चार, जलालपुर, करंजाकला, मुफ्तीगंज में तीन-तीन, बक्सा, खुटहन, सुजानगंज, रामपुर में दो-दो मरीज मिले हैं। बताया कि डेंगू मादा एडीज मच्छर के काटने से फैलने वाला एक संक्रामक वायरल रोग है ।
इसका मच्छर कूलर, गमला, फ्रिज की ट्रे, प्लास्टिक, शीशे आदि के कंटेनर टब, मग, कपु, बाल्टी, गिलास, हौद, खुली हुई टंकी आदि में रुके हुए पानी में प्रजनन करता है।
यह मच्छर नम, अंधेरी जगहों, गंदे स्थानों में, घरों में बेड के नीचे, आलमारी के पीछे, कबाड़ आदि में छिपे रहते हैं और अपने परिवेश के आस पास ही अधिक संक्रमण फैलाता है।
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