फर्जी तरीके से बनाए गए जन्म प्रमाण पत्रों की होगी जांच, अवैध दस्तावेज होंगे निरस्त
फर्जी जन्म प्रमाण पत्रों की जांच शुरू हो गई है। शिकायतों के बाद, प्रशासन ने अवैध दस्तावेजों को रद्द करने का फैसला किया है। जांच में दोषी पाए जाने वालो ...और पढ़ें

फर्जी तरीके से बनाए गए जन्म प्रमाण पत्रों की होगी जांच।
जागरण संवाददाता, केराकत (जौनपुर)। अधिकारियों की आईडी चोरी कर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र तैयार करने वाले गिरोह के पर्दाफाश के बाद मुर्की तक के बने जन्म प्रमाण पत्र की जांच कराई जाएगी। ऐसे फर्जी प्रमाण पत्र के उपयोग कर बने अन्य दस्तावेज भी निरस्त कराए जाएंगे।
मुर्की गांव के गुलजार नगर में 10 वर्ष पूर्व बाहरी लोग आकर बस गए हैं। सभी लोगों का आधार कार्ड भी बना है। एक माह पूर्व प्रशासन उनकी जांच की थी। उनके पास आधार कार्ड व मतदान पहचान पत्र भी मिला था।
वहीं इस बात की जांच की जाएगी कि कहीं प्रमाण पत्र बनवाने में ऐसे जालसाजों का हाथ तो नहीं। आठ जालसाजों के पुलिस के हत्थे चढ़ जाने के बाद जुगाड़ से प्रमाण पत्र बनवाने वालों में खलबली मची हुई है।
पुलिस ने पकड़े गये लोगों से जानकारी जुटाएगी कि बाहर से आकर बसने वालों का जन्म प्रमाण पत्र तो नहीं बना। अगर ऐसे लोगों का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मिला तो निरस्त कराया जाएगा। पुलिस के अनुसार जालसाज किन किन लोगों का जन्म प्रमाण पत्र तैयार कर चुके हैं, इसकी विस्तृत जानकारी पूछताछ के बाद मिलेगी।
वहीं यह भी कहा जा रहा है कि जो फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाए जा रहे है, उसके उपयोग के बाद उसे निरस्त कर दिया जाता है। सबसे बड़ी आशंका मुरलीपुर गांव के विनय यादव की गिरफ्तारी के बाद उठी है।
वह इन दिनों जलालपुर स्थिति यूनियन बैंक में आधार कार्ड बनाने का काम करता था। उसक गांव और जानने वाले लोग हैरान हैं कि वह इस तरह का काम करता था और उन्हें भनक नहीं। पुलिस मान रही है कि यदि वह इस रैकेट में शामिल था तो आसपास के गांवों से भी किसी की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता।
जलालपुर से लेकर मुर्की तक के जन्म प्रमाण पत्र की जांच होगी। फर्जी पाए जाने पर जन्म प्रमाण पत्र के उपयोग कर बनाए गए दस्तावेज भी निरस्त कराए जाएंगे। -अजीत कुमार रजक, क्षेत्राधिकारी केराकत।

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