Ayushman Bharat Yojana: आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद नहीं मिलेगा मुफ्त इलाज! ये है बड़ी वजह
जौनपुर में आयुष्मान भारत योजना के तहत 40 अस्पतालों का 54 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया है जिससे लाभार्थियों के इलाज में दिक्कतें आ रही हैं। योजना में लाभार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है लेकिन अस्पतालों को समय पर भुगतान न होने के कारण वे इलाज में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। जिले में 21 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड धारक हैं।

जागरण संवाददाता, जौनपुर। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। एक-एक कर कई वर्ग के लोगों को जोड़ा जा रहा है। वहीं भुगतान में लेट-लतीफी के कारण अधिकृत अस्पताल संचालक उपचार करने में पहले की तरह रुचि नहीं ले रहे हैं।
जिले के 40 अस्पतालों का 54 करोड़ रुपये भुगतान बाकी है। लाभार्थियों के हिसाब से संसाधन न बढ़ने से मरीजों को परेशानी हो रही है।
आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत शुरुआत में वर्ष 2011 की सेक सूची के लाभार्थियों व मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के 16043 और एक लाख, 24 हजार अंत्योदय परिवारों को जोड़ा गया था।
इसके बाद मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत छूटे परिवारों, श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों, छह सदस्य संख्या वाले पात्र गृहस्थी परिवारों, 70 प्लस के नागरिकों को अभियान में शामिल कर लिया गया। इन्हें देश में सूचीबद्ध अस्पतालों में लगभग 1600 बीमारियों में मुफ्त उपचार का लाभ मिल रहा है।
लाभार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन सरकार की अनदेखी से अस्पतालों को भुगतान किए जाने में लेट-लतीफी हो रही है। इसके चलते योजना से जुड़े छोड़े अस्पतालों के संचालक परेशान हैं। कई अस्पतालों ने तो आयुष्मान कार्ड से मुफ्त उपचार करने से हाथ खड़े कर रहे हैं।
21 लाख से अधिक सदस्य, अस्पताल सिर्फ 40
गरीब परिवारों व जरूरतमंदों को बेहतर व मुफ्त उपचार मिले इस मंशा से सरकार अधिक से अधिक परिवारों को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से जोड़ रही है, लेकिन संख्या के हिसाब से अस्पताल की व्यवस्था नहीं की जा रही है।
व्यवस्था में खामी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले में पात्र गृहस्थी परिवार, 70 प्लस नागरिकों को जुड़ने के बाद आयुष्मान कार्ड धारकों की संख्या 21 लाख से अधिक हो गई है। इनमें 12 लाख, 53 हजार को आयुष्मान कार्ड भी जारी कर दिया गया है, लेकिन मुफ्त उपचार के लिए जनपद के सिर्फ 40 प्राइवेट अस्पतालों में सुविधा है।
यह बीमारियां व उपचार योजना में नहीं-
- कास्मेटिक या प्लास्टिक सर्जरी।
- फर्टिलिटी ट्रीटमेंट (बांझपन का इलाज)।
- आर्गन ट्रांसप्लांट (अंग प्रत्यारोपण)।
- ओपीडी सेवाएं।
- डेंटल ट्रीटमेंट।
- प्रसव व सीजर।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में उपचार का आंकड़ा-
- जनपद में कुल लाभार्थी: 21,14,398
- अब तक बने आयुष्मान कार्ड: 12,53,803
- अब तक उपचार के लाभार्थी : 1.20 लाख
- उपचार का भुगतान के लिए प्रेषित बिल : 210 करोड़
- उपचार करने वालों का किया गया भुगतान : 156 करोड़
सरकार की ओर अधिकृत एजेंसियों द्वारा सत्यापन के बाद भुगतान किया जाता है। पोर्टल में समस्या के कारण भुगतान प्रक्रिया प्रभावित हुई थी। अब सुधार कर लिया गया है। शीघ्र ही अस्पतालों का भुगतान हो जाएगा। कई अस्पतालों ने आवेदन किया है। मानक पूरा करने वाले अस्पतालों को उपचार के लिए सूचीबद्ध किया जाएगा।
-डाक्टर राजीव यादव, नोडल अधिकारी आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना।
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