जौनपुर में बंधा काटने से भारी नुकसान, सात कुंतल मछलियाँ मरीं
जौनपुर में अराजक तत्वों ने एक बंधा काटकर सात कुंतल मछलियां मार डालीं। अज्ञात लोगों द्वारा बंधा काटे जाने से तालाब का पानी बह गया, जिससे मछलियां मर गईं। मछली पालकों को भारी नुकसान हुआ है और उन्होंने मुआवजे की मांग की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

बंधे में लगभग सात कुंतल मछली मरकर उतराने लगीं।
जागरण संवाददाता थानागद्दी (जौनपुर)। केराकत कोतवाली क्षेत्र के भीतरी और गोबरा गाँव के बीच गोमती नदी के सूखे हिस्से में एक कच्चे बंधे का निर्माण किया गया था, जिसमें दो किलोमीटर तक जल संचय किया गया था। 19 अक्टूबर की मध्य रात्रि में अराजक तत्त्वों द्वारा इस बंधे को काट दिया गया, जिससे बंधे का पानी बाहर निकलने लगा। इस घटना के परिणामस्वरूप बंधे में लगभग सात कुंतल मछली मरकर उतराने लगीं।
मछलियों के मरने से गाँव में बदबू फैलने पर ग्राम प्रधान विपिन सिंह ने दो दिन बाद इस घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी। उन्होंने बताया कि गाँव के कुछ अराजक तत्त्वों ने जानबूझकर बंधे को काटा ताकि जल निकासी के बाद सुखी जमीन पर खेती कर सकें और बालू खनन करवा सकें।
ग्राम प्रधान ने कहा कि यह घटना न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है, बल्कि गाँव के लोगों के लिए भी गंभीर समस्या उत्पन्न कर रही है। मछलियों के मरने से जल जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, जिससे स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुँचा है।
स्थानीय निवासियों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसे अराजक तत्त्वों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।
ग्राम प्रधान ने पुलिस से अनुरोध किया है कि वे इस मामले की गंभीरता को समझें और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि गाँव के विकास और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए यह आवश्यक है कि ऐसे तत्वों को नियंत्रित किया जाए।
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