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    पशु सेवा से मिलता है पुण्य

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 03 Feb 2020 06:02 AM (IST)

    पशु सेवा के समान पुनीत कार्य कोई नहीं है। यह हमारे धन ही नहीं अपितु हमारे लिए बहुपयोगी भी है। पशु पालकों को तमाम सरकारी सुविधाएं दी जा रही हैं वे उसका लाभ लें। सभी को इनकी सेवा कर कर आर्थिक शारीरिक लाभ के साथ पुण्य भी प्राप्त करें। उक्त बातें पूर्व प्रमुख प्रधानाचार्य सुधाकर उपाध्याय ने रविवार को शाहपुर गांव में पंडित दीन दयाल आरोग्य पशु मेले का उद्घाटन तथा गौ पूजन के बाद पशुपालकों को संबोधित करते हुए कही।

    पशु सेवा से मिलता है पुण्य

    पंडित दीन दयाल पशु आरोग्य मेला

    -शाहपुर में पशु मेले में पांच दर्जन पशुओं का हुआ इलाज

    -चिकित्साधिकारी ने बांझपन के कारण व बचाव की दी जानकारी

    जासं, बरईपार(जौनपुर): पशु सेवा के समान पुनीत कार्य कोई नहीं है। यह हमारे धन ही नहीं अपितु हमारे लिए बहुपयोगी भी है। पशु पालकों को तमाम सरकारी सुविधाएं दी जा रही हैं, वे उसका लाभ लें। सभी इनकी सेवा कर आर्थिक, शारीरिक लाभ के साथ पुण्य प्राप्त करें। ये बातें पूर्व प्रमुख प्रधानाचार्य सुधाकर उपाध्याय ने रविवार को शाहपुर गांव में पंडित दीन दयाल आरोग्य पशु मेले का उद्घाटन तथा गौ पूजन के बाद पशुपालकों को संबोधित करते हुए कही।

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    पशु चिकित्साधिकारी डा. मनोज कुमार यादव ने पशुओं में बांझपन का कारण एवं निवारण के उपाय बताया। कहा कि अब आप के पशुओं की देखभाल के लिए गांवों में यह सुविधा दिया जा रहा है। मेले का उद्देश्य है पशुपालकों को लाभ पहुंचाना है। मेले में पशुओं का इलाज तो किया जा रहा है। पशु चिकित्साधिकारी पवन ने पशु कैसे सुरक्षित रहे किस प्रकार उन्हें रोगों से बचाएं आदि जानकारी दी।

    पशु को स्वस्थ रखने के लिए हरा चारा, मिनरल्स, चूनी, चोकर, देना जरूरी है। चिकित्साधिकारी अजीत पाल ने पशु से कैसे अच्छी आय कर सकते हैं। इस विधि को बताया। मेले में पशु धन प्रसार अधिकारी दिनेश सिंह, मानवेंद्र तथा प्रमोद कुमार, राजकुमार ने पशुओं का सक्रिय रहकर इलाज किया। सहयोग के रूप में प्रमोद कुमार, कमलेश, मैन बहादुर व अन्य सक्रिय रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रधान बबऊ राम यादव किया। मेले में आए पशुपालकों ने जानकारी प्राप्त किया। भैस, गाय, कुत्ता, बकरी सहित 60 से अधिक पशुओं की जांचकर दवा वितरित की गई।