‘मेरे पहुंचने से पहले ही…’, थाना प्रभारी की रहस्यमयी मौत के मामले में महिला सिपाही ने दिया ये बयान, भेजी गई जेल
थाना प्रभारी की रहस्यमयी मौत के मामले में महिला सिपाही ने अहम बयान दिया है। सिपाही के अनुसार, उसके पहुंचने से पहले ही घटना घट चुकी थी। इस बयान के बाद ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, जालौन। कुठौंद थाना प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार राय की गोली लगने से मौत के मामले में आरोपित महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा को रविवार शाम जेल भेज दिया गया।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि मेरठ जिले के थाना फलावदा के ग्राम दांदूपुर निवासी महिला सिपाही एक सप्ताह से थाना प्रभारी के आवास पर रुकी थी। उसकी तैनाती कोंच में थी और वह 11 दिन से ड्यूटी से गैरहाजिर थी। एएसपी प्रदीप कुमार वर्मा ने बताया कि आरोपित सिपाही के बयान दर्ज करने के बाद सभी बिंदुओं पर गहन जांच की जा रही है।
शुक्रवार रात कुठौंद थाना परिसर में बने आवास में थाना प्रभारी अरुण कुमार राय खून से लथपथ हालत में मिले थे। उनकी दायीं कनपटी में गोली लगी थी। उनके कमरे से डायल-112 में कार्यरत सिपाही मीनाक्षी शर्मा चिल्लाते हुए बाहर निकली थीं कि थाना प्रभारी ने गोली मार ली है। राजकीय मेडिकल कालेज उरई में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।
थाना प्रभारी संत कबीर नगर जिले के घनघटा थानाक्षेत्र के रजनौली गांव के निवासी थे। उनका परिवार गोरखपुर जिले में गोरखनाथ मंदिर के पास बी-117 आवास विकास कालोनी विकास नगर एक्सटेंशन में रहता है। उनकी पत्नी माया देवी की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर महिला सिपाही को हिरासत में लिया था।
पुलिस के ज्यादातर सवालों पर वह चुप रहीं। खुद के बचाव में उन्होंने कहा था कि वह जब कमरे में पहुंची थी तो थाना प्रभारी गोली मारने के बाद घायल हालत में पड़े थे। उसके कमरे में पहुंचने से पहले वह गोली मार चुके थे। यह देख वह घबरा गईं और भागते हुए बाहर निकलीं। इससे पहले फोन से उसकी बात हुई जिस पर कहासुनी हो गई थी।

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