सीटी स्कैन कराने से जल्दी शुरू होता इलाज
जागरण संवाददाता उरई कोरोना वायरस कई बार आरटीपीसीआर व एंटीजन जांच में पकड़ में

जागरण संवाददाता, उरई : कोरोना वायरस कई बार आरटीपीसीआर व एंटीजन जांच में पकड़ में नहीं आता है। इससे लोगों की हालत ज्यादा खराब होने लगती है, जरूरी है कि समय पर सीटी स्कैन कराकर दवा ले सकें। जिससे कोरोना वायरस पर लगाम लगाया जा सके।
यह वायरस फेफड़ों पर वार कर अपना घर बना रहा है। इस रिपोर्ट की खास बात यह है कि आरटीपीसीआर और एंटीजन किट की जांच में वह उजागर नहीं होता, बल्कि सीटी स्कैन और एक्सरे की जांच में यह जल्दी पकड़ में आ जाता है। जांच में सामान्य निकलने पर व्यक्ति निश्चित हो जाते हैं, लेकिन यह संक्रमण धीरे-धीरे फेफड़ों को संक्रमित करता है। जिससे तीन चार दिन में व्यक्ति को परेशानी होने लगती है। सीटी स्कैन से व्यक्ति कितना फीसदी तक संक्रमित इसका स्पष्ट रिपोर्ट मिल जाती है। इसके लिए तीन दिन का इंतजार नहीं। बल्कि चार घंटे में रिपोर्ट मिलने की वजह से गंभीर मरीज जल्दी इलाज शुरू करा पा रहे हैं।
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बोले लाभार्थी
कई दिनों से कोरोना वायरस के गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। इसके बाद जब हमने आरटीपीसीआर और एंटीजन जांच कराया तो उसमें रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद जब हमने सीटी स्कैन कराया तो उसमें मेरी रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई। फिर हमने कोरोना की दवा मेडिकल स्टोर से लेकर खाना शुरू किए। तब जाकर आराम मिलना शुरू हुआ।
रामआसरे
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बोले जिम्मेदार
व्यक्ति के फेफड़ों में संक्रमण फैलने से उसकी हालत बिगड़ जाती है। जिससे उसकी मौत हो जाती है। अधिक गंभीर मरीज को आरटीपीसीआर जांच के साथ-साथ फेफड़ों का सीटी स्कैन करा लेनी चाहिए।
डॉ. द्विजेंद्र नाथ, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज
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