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    UPPCL: इलेक्ट्रॉनिक मीटर के समान देते हैं रीडिंग... फिर क्यों Smart Meter का विरोध कर रहे उपभोक्ता?

    विद्युत विभाग घरों में लगे इलेक्ट्रॉनिक मीटरों को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाने का प्रयास कर रहा है जिसका कुछ उपभोक्ता विरोध कर रहे हैं। विभाग का दावा है कि स्मार्ट मीटर भी उतनी ही रीडिंग निकालते हैं जितनी इलेक्ट्रॉनिक मीटर। एसडीओ रवींद्र कुमार ने बताया कि परीक्षण में दोनों मीटरों की रीडिंग समान पाई गई। उपभोक्ता स्मार्ट मीटर को तेज चलने वाला बताकर विरोध कर रहे हैं।

    By mahesh prajapati Edited By: Sakshi Gupta Updated: Sun, 24 Aug 2025 02:38 PM (IST)
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    ज्यादा बिल आने की आशंका से स्मार्ट मीटर लगवाने से कतरा रहे उपभोक्ता।

    जागरण संवाददाता, जालौन। विद्युत विभाग के अभियंता उपभोक्ताओं के घर लगे इलेक्ट्रानिक मीटर को हटाकर स्मार्ट मीटर लगाने के लिए प्रयासरत हैं लेकिन उन्हें कहीं-कहीं उपभोक्ताओं के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है।

    अब विभागीय अभियंता यह कह रहे हैं कि स्मार्ट मीटर भी उतनी ही रीडिंग निकाल रहे हैं जितनी इलेक्ट्रानिक मीटर निकाला करता है। इसके बाद भी लोग स्मार्ट मीटर लगवाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।

    विद्युत विभाग के एसडीओ रवींद्र कुमार का दावा है कि स्मार्ट मीटर और इलेक्ट्रानिक मीटर दोनों की रीडिंग समान है। उपभोक्ता यह बात अपने दिमाग से निकाल दें कि स्मार्ट मीटर अधिक रीडिंग निकाल रहा है। एसडीओ ने इसका प्रयोग करने की बात कही है।

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    उनका कहना है कि उन्होंने दोनों मीटर लगाकर 15 दिनों की रीडिंग ली है। दोनों मीटरों में समान रीडिंग आई है जिससे स्मार्ट मीटर लगाने से उपभोक्ताओं को नुकसान नहीं होगा। उसके घर की रीडिंग उतनी ही निकलेगी जितनी इलेक्ट्रानिक मीटर से निकला करती थी।

    विद्युत विभाग अपने उपभोक्ताओं के यहां शत प्रतिशत स्मार्ट मीटर लगाने जा रहा है। इसके लिए वह स्मार्ट मीटर को उपभोक्ताओं के हित में बता रहे हैं लेकिन उपभोक्ता यह कहकर स्मार्ट मीटर लगवाने का विरोध कर रहा है कि स्मार्ट मीटर लगने से उनका बिल अधिक आएगा। क्योंकि स्मार्ट मीटर इलेक्ट्रानिक मीटर से तेज भागता है।

    उपभोक्ता यह नहीं कह रहे हैं कि जब इलेक्ट्रानिक मीटर सही काम कर रहा है तो उसे बदला ही क्यों जा रहा है लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश हैं कि शत प्रतिशत उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जाएं। इसके लिए वह उपभोक्ताओं को समझाने में लगे हैं कि बीते दिनों स्मार्ट मीटर लगाते समय मालवीय नगर इलाके में अधिकारियों को उपभोक्ताओं के विरोध का सामना भी करना पड़ा था। अभी तक मात्र दो हजार उपभोक्ताओं के यहां ही स्मार्ट मीटर लग पाए हैं।

    एसडीओ रवींद्र कुमार का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगवाने से कोई नुकसान नहीं है। उन्होंने प्रयोग करके देखा है स्मार्ट मीटर और इलेक्ट्रानिक मीटर दोनों समान रीडिंग निकाल रहे हैं।