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    प्रधानाध्यापक की घिनौनी हरकत: बच्चों से लेता था उनकी मम्मी का नंबर, फोन करके करता था परेशान, निलंबित

    By dhananjay trivedi Edited By: Anurag Shukla1
    Updated: Tue, 22 Jul 2025 09:41 PM (IST)

    Orai News कंपोजिट कन्या प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया। आरोप है कि प्रधानाध्यापक बच्चों से उनकी माताओं के फोन नंबर ले लेता ...और पढ़ें

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    महिलाओं को फोन कर परेशान करने वाला प्रधानाध्यापक निलंबित।

    जागरण संवाददाता, उरई। उरई के कंपोजिट कन्या प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक की घिनौनी करतूत सामने आई है। बच्चों से उनकी मम्मी के फोन नंबर लेकर उन्हें परेशान करता था। शिकायत पर उसे निलंबित कर दिया गया।

    कंपोजिट कन्या प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक को स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की माताओं को फोन कर परेशान करने के आरोप में बीएसए ने निलंबित कर दिया है। ग्रामीणों ने डीएम से मिलकर उन पर बच्चों को सही ढंग से न पढ़ाने और विद्यालय में मोबाइल फोन पर वीडियो देखने के आरोप भी लगाए थे। डीएम के निर्देश पर बीईओ ने जांच की तो मामला सही पाया गया। इस मामले में प्रधानाध्यापक का कहना है कि ग्रामीण बेवजह परेशान करते हैं, उनकी झूठी शिकायत की गई है।

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    लागों ने डीएम से की थी शिकायत

    उरई शहर के मुहल्ला सुशील नगर निवासी दशरथ सिंह कुशवाहा डकोर ब्लाक के कंपोजिट कन्या प्राथमिक विद्यालय अकोढ़ी बैरागढ़ में प्रधानाध्यापक हैं। सोमवार को गांव के कुछ लोगों ने डीएम राजेश कुमार पांडेय से मिल कर बताया कि प्रधानाध्यापक दशरथ सिंह शैक्षिक कार्य में लापरवाही करते हैं। 

    माताओं से करते थे घरेलू बातें

    स्कूल का कोई भी काम जिम्मेदारी से नहीं करते हैं। बच्चों से नंबर लेकर उनकी माताओं से घरेलू बातें करते हैं। डीएम ने बीएसए चंद्रप्रकाश से जांच कराने को कहा था। बीएसए ने बीईओ (खंड शिक्षाधिकारी) प्रीति से जांच कराई तो गांव की कई महिलाओं ने फोन करने की बात कही और मोबाइल नंबर भी दिखाया। इसके बाद जांच रिपोर्ट मंगलवार को बीईओ ने बीएसए को दी। शाम को जांच रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया।

    प्रधानाध्यापक बोले- झूठी शिकायत की गई

     निलंबित प्रधानाध्यापक का कहना है कि गांव के लोग रुपये की मांग करते हैं। इन्कार करने पर झूठी शिकायत की गई। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। बीएसए ने बताया जांच रिपोर्ट मिलने के बाद निलंबन की कार्रवाई की गई है। प्रधानाध्यापक को डकोर ब्लाक के ही धगवां परिषदीय स्कूल में संबद्ध कर दिया गया है।