जागरण संवाददाता, उरई : पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर तीन दिवसीय हड़ताल के अंतिम दिन गुरुवार को रेल कर्मचारियों ने पूरी ताकत के साथ भूख हड़ताल कर काम बंद रखा। नार्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन के शाखा सचिव के के त्रिपाठी ने कहा कि यह क्रमिक अनशन का उद्देश्य पेंशन पाना नहीं बल्कि अपने भविष्य को सुरक्षित करने की लड़ाई है।
जीवन भर की सेवा के बदले सुरक्षित सेवानिवृत की मांग रहे हैं। विजय कुमार, अवधेश कुमार और बीके खरे ने कहा हम अपना हक मांग रहे हैं। ऐसे में हमें इसके लिए आर पार की लड़ाई लड़ने को तैयार रहना होगा। कहा कि जब तक हम सभी में एक जुटता रहेगी तभी संघर्ष सफल होगा।
क्रमिक अनशन के अंतिम दिन राज दवा वितरक संगठन के सदस्यों ने भी स्टेशन स्थित कार्यालय पर हड़ताल में प्रतिभाग किया। उन्होंने कहा यह लड़ाई केवल केंद्रीय कर्मचारियों की नहीं बल्कि सभी की है।
मुख्य रूप से क्रमिक हड़ताल में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला महामंत्री पुष्पेंद्र सिंह गुर्जर, राज्य दवा वितरक संगठन के सदस्य मोहित निरंजन, राज कमेटी सदस्य सीटू प्रताप यादव, रतन दीप मिश्रा, तिलक चंद, विवेक दुबे, ज्ञान बहादुर, भरत क्षत्री, जंग बहादुर, हेमंत, नीरज राठौर, संजय रैकवार, मनोज, दिनेश, संदीप, चंदन सिंह, संतोष कुमार, शक्ति, विजय, आमिर, अश्विनी कुमार मिश्रा और गिरजा मौजूद रहे।
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