मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सीमा के जिलों में लगातार हो रही बारिश की वजह से लहचूरा बांध ओवरफ्लो हो गया। इससे बेतवा नदी में 45 हजार क्यूसेक पानी छोड़ना पड़ा। बढ़े जलस्तर से लोगों में दहशत है। बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया गया है। लगातार पानी पर निगरानी रखी जा रही।
संवाद सूत्र, जागरण, डकोर(जालौन)। मप्र के कई जिलों में लगातार बारिश होने के कारण लहचूरा बांध से 45 हजार 500 क्यूसेक छोड़े जाने से बेतवा नदी का जलस्तर 24 घंटे में तीन मीटर बढ़ गया है। इसके साथ ही 30 सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से पानी बढ़ रहा है। जिस कारण नदी किनारे गांवों के लोगों में दहशत का माहौल है। अगर इसी तरह पानी बढ़ा तो लोगों को परेशानी हो जाएगी।
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यमुना नदी का जलस्तर स्थिर बना हुआ है। मध्य प्रदेश के भोपाल, टीकमगढ़, विदिशा, बीना और ललितपुर में हो रही बारिश से उप्र, मप्र की सीमा पर स्थित लहचूरा बांध ओवरफ्लो हो गया है। शनिवार की रात लहचूरा बांध से 45,500 क्यूसेक पानी बेतवा नदी में छोड़ गया जिसका पानी बेतवा नदी में तेजी से आ रहा है।
मुहाना बेतवा नदी का जलस्तर 111.40 सेमी पहुंच गया है जिससे नदी तीन मीटर बढ़ गई है। जो कि खतरे के निशान 122,66 सेमी अंकित है जिसको देखते हुए निचले इलाकों में रहने वाले ग्रामीण बाढ़ को लेकर सहमे हुए हैं। बाढ़ प्रबंधन अधिकारियों ने नदी किनारे बनी सभी चौकियों को हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
बेतवा खंड कर्मचारी लालू यादव ने बताया कि पानी शनिवार की रात से तेजी से बढ़ रहा है। 30 सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से पानी बेतवा नदी में आ रहा है। जिसकी सूचना अधिकारियों को दी जा रही है। इसके साथ ही ग्रामीणों को नदी की तरफ जाने से रोका गया है जिससे कि कोई अनहोनी घटना न हो सके।
उधर, बेतवा नदी का जलस्तर शनिवार को कुछ बढ़ा था लेकिन अब पानी स्थित बना हुआ है जिससे किसी भी तरह से बाढ़ आने की संभावना नहीं है। इस कारण नदी क्षेत्र के किनारे पर बसे गांव के लोगों ने राहत की सांस ली है।
नदी जलस्तर पर एक नजर
यमुना नदी
खतरे का निशान : 108 मीटर
चेतावनी निशान : 102 मीटर
वर्तमान जलस्तर 97.30 मीटर
बेतवा नदी
खतरे का निशान : 122.66 मीटर
चेतावनी निशान : 120 मीटर
वर्तमान जलस्तर 111.40 मीटर
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