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    कालपी रेलवे अंडरपास में 7 फीट तक भरा पानी, वाहनों को निकलने में हो रही परेशानी

    Updated: Thu, 16 Oct 2025 03:35 PM (IST)

    कालपी रेलवे अंडरपास में भारी बारिश के कारण 7 फीट तक पानी भर गया है। इस जलभराव के कारण वाहनों और राहगीरों को अंडरपास से निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

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    जागरण संवाददाता, उरई। कालपी तहसील के जोल्हूपुर से कदौरा-हमीरपुर जाने वाले राजमार्ग के ओवरब्रिज में मरम्मत का काम होना है। इसके लिए जिलाधिकारी ने काम प्रारंभ कराने की अनुमति दे दी है। सेतु निगम की ओर से संभावना है कि 19 या 20 अक्टूबर से पुल से वाहनों की आवाजाही बंद कर काम शुरू कर दिया जाएगा।

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    वहीं इस काम में अभी सबसे बड़ा रोड़ा रेलवे की सुस्त कार्यप्रणाली सामने आ रही है। पिछले कई माह से यहां अंडरपास में भरा पानी अभी तक नहीं निकाला जा सका है। ओवरब्रिज पर काम प्रारंभ होगा तो अंडरपास से दो पहिया व छोटे वाहनों को निकलने की अनुमति होगी लेकिन सात से आठ फीट गहरा पानी भरा होने के चलते यह संभव ही नहीं होगा। ऐसे में यह वाहन चालक निकले भी तो कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। रेलवे के कर्मचारियों का कहना है कि जल्द पंप लगा कर पानी हटाया जाएगा।

    15 एक्सपेंशन ज्वाइंटों में आई खराबी

    कालपी तहसील के जोल्हूपुर से कदौरा होते हुए हमीरपुर जाने वाले राजमार्ग पर बने रेलवे ओवरब्रिज के सभी 15 एक्सपेंशन ज्वाइंटों में खराबी आ चुकी है। इसे दुरुस्त करने के लिए आवागमन 19 अक्टूबर से रोका जाना है। करीब 16 दिन इस काम को पूरा करने में लगेंगे। इस दौरान सेतु निगम की ओर से तैयारी कर ली गई हैं लेकिन रेलवे के अंडरपास में भरा पानी गुरुवार को भी पूरी तरह से भरा हुआ था। ऐसे में ओवरब्रिज से वाहनों के आवागमन को रोकना कठिन दिख रहा है।

    वैसे जिलाधिकारी राजेश पांडेय के निर्देश पर ओवरब्रिज बंद होने की दशा में वाहनों को वैकल्पिक मार्ग आटा कस्बा से गुजरा आटा-इटौरा से निकलना होगा। इससे कालपी व जोल्हूपुर क्षेत्र के साथ आसपास के लोगों को 20 किमी अतिरिक्त चक्कर पड़ेगा। उरई से हमीरपुर की ओर जाने वाले वाहनों पर कोई अंतर नहीं होगा। जोल्हूपुर रेलवे लाइन पर ओवरब्रिज का निर्माण 2018 में शुरू हुआ था। जिसकी लागत करीब 33 करोड़ रुपये स्वीकृत थी।

    सात साल में सिर्फ एक साइड का पुल बन सका है, वह भी खराब गुणवत्ता के कारण कई जगह दरक गया है। ओवरब्रिज के नीचे अंडरपास बना है, जिससे दो पहिया व छोटे वाहनों को निकलने की सुविधा है लेकिन बरसात व उसके बाद भी यहां सही ढंग से निर्माण नहीं होने से जलभराव रहता है।

    सेतु निगम के जेई सुशील श्रीवास्तव ने बताया कि पुल का काम जल्द प्रारंभ हो जाएगा, उसके लिए तैयारी कर ली गई हैं, लेकिन अंडरपास में पानी भरा रहने के चलते तय समय पर काम चालू होगा इसमें संशय लग रहा है। काम होने की दशा में अंडरपास से छोटे वाहन कैसे निकलेंगे। पानी सात से आठ फीट गहरा भरा है, ऐसे में कोई हादसा भी हो सकता है।


    अंडरपास का पानी निकालने के लिए पंप की व्यवस्था की जा रही है, जल्द ही इस समस्या का निदान कर लिया जाएगा। विवेक, आइओडब्लू (इंस्पेक्टर आफ वर्क्स)।