Jalaun News: योगी सरकार का एक्शन, फर्जी तरीके से भुगतान कराने में पूर्व बीडीओ निलंबित
जालौन में खंड विकास अधिकारी प्रतिभा शाल्या को शासन ने निलंबित कर दिया है। उन पर फर्जी तरीके से भुगतान कराने और अनियमितताओं के आरोप थे। जांच में आरोप सही पाए जाने पर उन्हें निलंबित किया गया है। यह निर्णय शासन की ओर से लिया गया है जिसमें उनकी गतिविधियों की जांच की गई थी। उनकी सभी शक्तियां और कर्तव्यों को आयुक्त ग्राम्य विकास लखनऊ को सौंप दिया गया है।

जागरण संवाददाता, जालौन। कदौरा विकासखंड के ग्राम उकासा में खंड विकास अधिकारी के पद पर तैनात प्रतिभा शाल्या को फर्जी तरीके से भुगतान कराने सहित पांच बिंदु पर शिकायत के बाद मामले में जांच करके नौ अक्टूबर 2024 को निदेशालय लखनऊ संबद्ध कर दिया गया था। शासन ने अब इस मामले में उन पर लगाए गए पांचों आरोप सही पाए जाने पर निलंबित कर दिया है। इससे संबंधित पत्र शासन की ओर से डीएम को भेजा गया है।
यह है पूरा मामला
कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी ने 10 अगस्त 2024 को जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय को शिकायती पत्र सौंपकर बताया था कि बुंदेलखंड विकास निधि जिलांश वित्तीय वर्ष 2022-23 में ब्लाक कदौरा के ग्राम उकासा में कारसदेव बाबा के स्थान से झल्लू यादव के मकान तक का पक्का कार्य प्रस्तावित किया था, जिसकी कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम लिमिटेड कानपुर थी।
दो अगस्त को जानकारी मिली कि किसी ने सूचना पट को हटाया है। इसको काम की लागत व समयावधि छिपाने के उद्देश्य से हटाया गया था, जिसकी जानकारी करने पर पता चला कि यह सूचना पट किसी फर्म जो कि विकासखंड कदौरा में काम करती है उसके प्रोपराइटर ने हटाया है।
विकासखंड में कार्यरत जेई ने फर्जी एमबी कर भुगतान फिर से हड़पने के इरादे से किया है। इसकी जांच कराई जानी चाहिए। इस पर डीएम ने जांच डीसी मनरेगा रामेंद्र सिंह को सौंपी थी।
जांच करने के उपरांत प्राप्त रिपोर्ट को जिला कार्यक्रम समन्वयक ने जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी थी। जिलाधिकारी ने जब रिपोर्ट शासन को भेजी तो बीडीओ को आयुक्त ग्राम्य विकास कार्यालय लखनऊ से संबद्ध कर दिया गया था।
मामले की जांच शासन स्तर से हो रही थी। जांच के दौरान फर्जी बिलों पर बीडीओ के हस्ताक्षर भी मिले थे इसीलिए इनको दोषी माना गया था। जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि शासन ने पूर्व कदौरा खंड विकास अधिकारी प्रतिभा शाल्या पर लगाए गए आरोप जांच में सही पाने जाने पर उन्हें 21 मार्च को निलंबित कर दिया है, इस संबंध में शासन से पत्र प्राप्त हुआ है।
निलंबन की अवधि में प्रतिभा शाल्या को कार्यालय आयुक्त, ग्राम्य विकास, 3000, लखनऊ से संबद्ध किया गया है। पूर्व बीडीओ प्रतिभा शाल्या से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
जांच में आरोप सही मिले
- एक ही कार्य में ग्राम पंचायत इमिलिया से आठ सितंबर 2023 को 3,93,760 रुपये व क्षेत्र पंचायत विकास खंड कदौरा से पांच जुलाई 2024 को 2,26,809 रुपये का भुगतान बिना कार्य कराए किया गया था।
- वित्तीय वर्ष 2024-25 में विकास खंड कदौरा में क्षेत्र पंचायत की ओर से मनरेगा योजना के तहत ग्राम पंचायत इमिलिया में कराए गए कार्य चंद्रमान के मकान से कब्रिस्तान तक जलरीक बांध निर्माण कार्य में अनियमितता मिली।
- भुगतान के समस्त मस्टर रोल जिसमें 2,45,058 रुपये की धनराशि मांगी गई और इस्टीमेट 2,29,416 रुपये का बनाया गया, लेकिन श्रमिकों का भुगतान न करने व बिना परीक्षण किए फीडिंग कराकर भुगतान में अनियमितता की गई।
- क्षेत्र पंचायत की कार्ययोजना में ग्राम पंचायत की ओर से बिना कार्य कराए 05.07.2024 को 2,29,416 रुपये का इस्टीमेट बनाकर फर्जी भुगतान करा लिया।
- मनरेगा योजना के तहत कार्य की तकनीकी व वित्तीय स्वीकृति की प्रतियां उपलब्ध न होने, जनपद से 10 अक्टूबर 2024 को कार्यमुक्त होने के बाद उच्चादेशों का अनुपालन न करने में लापरवाही बरती गई।
शासन स्तर से कदौरा में तैनात रहीं खंड विकास अधिकारी प्रतिभा शाल्या को निलंबित किया गया है, उन पर फर्जी तरीके से भुगतान कराने के आरोप थे, बीते साल नौ अक्टूबर को आरोप लगाए जाने पर उन्हें पद से हटा कर शासन संबद्ध किया गया था।
-राजेश कुमार पांडेय, जिलाधिकारी जालौन।
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