लखनऊ में नौकरी दिलाने के नाम पर किशोरी से छह वर्ष से दुष्कर्म कर रहा था आरोपित, पीड़िता ने बयां किया दर्द
जाली मार्कशीट बनाकर फर्जीवाड़ा करने वाले ठग मनीष प्रताप सिंह की शर्मनाक करतूत उजागर हुई है। आरोपित ने एक किशोरी को छह साल से घर में बंधक बनाकर रखा था। आरोपित न केवल किशोरी का याैन शोषण कर रहा था बल्कि हैवानियत की सारी हदें पार कर रखी थी।

लखनऊ [ज्ञान बिहारी मिश्र] । जाली मार्कशीट बनाकर फर्जीवाड़ा करने वाले ठग मनीष प्रताप सिंह की शर्मनाक करतूत उजागर हुई है। आरोपित ने एक किशोरी को छह साल से घर में बंधक बनाकर रखा था। आरोपित न केवल किशोरी का याैन शोषण कर रहा था बल्कि उसके साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर रखी थी। 24 घंटे सीसी कैमरे से निगरानी करता था। यहां तक कि किशोरी के शौचालय में भी कैमरे लगा रखे थे। डीसीपी सोमेन बर्मा के मुताबिक मनीष को जेल भेजने के बाद पीड़िता से पूछताछ की गई तो उसने आपबीती बताई। आरोपित को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया जाएगा।
मूलरूप से मध्यप्रदेश के एमपी सागर जिले की रहने वाली 15 साल की किशोरी को वर्ष 2016 में मनीष अपने साथ लेकर लखनऊ आया था। मनीष अपने किसी परिचित के माध्यम से किशोरी के घर गया था। किशोरी के माता पिता को झांसे में लेकर उन्हें बताया कि उसके पास कई शिक्षण संस्थान है। किशोरी को वह पढ़ा लिखाकर नौकरी के लायक बनाएगा। इसके बाद वह किशोरी को साथ लेकर शिवाजी मार्ग अमीनाबाद स्थित अपने घर लेकर आया और उसे बंधक बना लिया। किशोरी को एक कमरे में बंद कर उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। विरोध करने पर तेज आवाज में म्यूजिक बजाकर उसकी पिटाई करता था। शुक्रवार को पुलिस ने जाली मार्कशीट बनाए जाने की जानकारी मिलने पर मनीष के यहां छापा मारकर उसे गिरफ्तार किया। मनीष के घर में मौजूद युवती के बारे में पुलिस ने जानकारी की तो कर्मचारियों ने बताया कि वह आरोपित की पत्नी है। युवती से पुलिस ने संपर्क कर जानकारी ली तो वह फफक पड़ी और पूरी कहानी बयां कर दिया। युवती ने कहा कि अगर मनीष जेल नहीं गया होता तो वह कभी इस नर्क से नहीं निकल पाती। पीड़िता कर तहरीर पर पुलिस ने मनीष के खिलाफ संगीन धाराओं में एफआइआर दर्ज की है। डीसीपी पश्चिमी का कहना है कि युवती को रेस्क्यू करा लिया गया है। पीड़िता के माता पिता से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। युवती को उसके माता पिता के पास भेजा जाएगा।
कई युवतियों को लेकर आया था आरोपित
छानबीन में सामने आया है कि मनीष अलग अलग जगहों से करीब सात-आठ लड़कियों को लेकर आया था। हालांकि लड़कियां अब कहां हैं और उनके साथ क्या हुआ, इसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। डीसीपी ने एक टीम गठित कर इस दिशा में पड़ताल के निर्देश दिए हैं। पुलिस आरोपित को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर युवतियों के बारे में जानकारी लेगी। माना जा रहा है कि आरोपित ने उन्हें भी कहीं बंधक बनाकर रखा है या फिर उनसे गलत काम करवाता होगा।

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