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    आटा टोल संचालकों की मनमानी, फास्टैग एक्टिव होने के बावजूद टोल पर हो रही दोगुनी वसूली

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 06:36 PM (IST)

    झांसी-कानपुर हाईवे पर आटा टोल प्लाजा पर फास्टैग एक्टिव होने के बावजूद दोगुना नकद वसूला जा रहा है। एक पीड़ित जिसके वाहन में मरीज था से भी पेनल्टी वसूली गई। पीड़ित ने सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि टोल संचालक अवैध वसूली कर रहे हैं और अधिकारी मौन हैं।

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    टोल पर हो रही दोगुनी नकद वसूली। जागरण

    संवाद सूत्र, जागरण, आटा । झांसी-कानपुर हाईवे पर स्थित आटा टोल संचालकों की गुंडागर्दी अब चरम सीमा पर पहुंच चुकी है। किसी निजी वाहन में अगर कर्मचारी मरीज देखते हैं टोल संचालक जबरदस्ती की वसूली करने लगते हैं।

    फिर भी जिम्मेदार मौन बैठे हुए हैं। रविवार को एक कार चालक से फास्टैग में बैलेंस होने के बावजूद भी टोल पर वाहन स्वामियों से नकद दोगुना वसूली की गई। वाहन में मरीज गंभीर होने के कारण वाहन स्वामी ने रुपये चुकाए और आगे बढ़ गया। अब इसकी शिकायत ने उसने सीएम पोर्टल पर कर दी है।

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    झांसी-कानपुर हाईवे पर आटा टोल स्थित है। यहां सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। टोल के पास लगे आरओ प्लांट खराब पड़े हुए हैं सड़क के किनारे बने हुए शौचालय के अंदर गंदगी है। टोल संचालक वाहन स्वामियों की मजबूरी का फायदा उठाकर अवैध तरीके से वसूली कर रहे हैं। ग्राम पिपरायां निवासी वाहन स्वामी केशव ने बताया कि उनके रिश्तेदार की अचानक तबीयत खराब हो गई थी जिसको डाक्टरों ने आटा से उरई रेफर कर दिया था।

    बैलेंस ना होने का दिया हवाला

    आनन-फानन में जब वह अपनी गाड़ी से टोल पर पहुंचे तो बूम पर बैठी महिला ने फास्टैग में बैलेंस न होने का हवाला दिया। जब उन्होंने फास्टैग में रुपये होने की बात कही और कहा कि गाड़ी में मरीज है। इन्हें निकलने दिया जाए तो बूम से एक युवक दौड़कर आया और धमकाते हुए कहा कि अगर टोल से निकलना है तो नकद रुपये दो, जैसे ही उन्होंने नकद रुपये दिए तो उन्होंने 110 के टोल को 220 रुपये पेनाल्टी लेकर निकाला, जबकि पेनल्टी उस दिशा में लगाई जाती है। जिस दिशा में फास्टैग गाड़ी में न लगा हो।

    जबकि गाड़ी में फास्टैग भी लगा था और उसमें बैलेंस भी था फिर भी वाहन स्वामियों का इस तरह का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। पीड़ित ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की है। आटा टोल संचालन का टेंडर इन्विट को किया गया था, इन्विट इसका संचालन एनएचआइटी से करवा रही है।

    जिसके मैनेजर अनिकेश श्रीवास्तव हैं और एनएचआइटी ने मैन पावर के लिए एसकेएम को टेंडर दिया है। जिसके मैनेजर सुयश वर्मा हैं और आटा टोल के प्रोजेक्ट मैनेजर उत्तम सिंह हैं जोकि टोल पर इसी तरह की गुंडागर्दी करवा रहे हैं। मैनेजर ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है।