Updated: Thu, 29 May 2025 06:02 PM (IST)
बिजली कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। तीन अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है जिनके संपर्क नंबर भी जारी किए गए हैं। यह कदम पूर्वांचल और दक्षिणांचल बिजली वितरण निगमों के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में उठाया गया है जिसका उद्देश्य सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति बनाए रखना है।
जागरण संवाददाता, उरई। बिजली कर्मियों की हड़ताल के दौरान किसी प्रकार की समस्या न होने पाए। इसके लिए कलेक्ट्रेट परिसर में कंट्रोल रूम खोला गया है। डीएम ने तीन अधिकारियों को कंट्रोल रूम की जिम्मेदारी सौंपी है। प्रदेश सरकार ने ऊर्जा क्षेत्र में रिफार्म लागू किए जाने का निर्णय लिया है।
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इसके तहत पूर्वांचल बिजली वितरण निगम लिमिटेड, वाराणसी एवं दक्षिणांचल बिजली वितरण निगम लिमिटेड आगरा के निजीकरण का सैद्धांतिक निर्णय लिया गया है। बिजली कर्मचारी संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश व कतिपय अन्य संगठन इस रिफार्म प्रकिया का विरोध कर रहे हैं। जिसमें उनके द्वारा विरोध सभाएं और 29 मई से अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार का आह्वान किया गया।
इन परिस्थितियों को देखते हुए सुचारू बिजली व्यवस्था बनी रहे और संभावित आंदोलन पर प्रभावी नियंत्रण बनाए रखने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में कंट्रोल रूम स्थापित खोला गया है। जिसका नंबर 05162-257090 व 7307564677 है।
इस कंट्रोल रूम पर अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। बीएसए चंद्र प्रकाश की ड्यूटी का समय सुबह 6 बजे से अपराह्न 2 बजे तक, जिला कृषि अधिकारी गौरव यादव की ड्यूटी का समय दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक, जिला प्रोबेशन अधिकारी अमरेन्द्र पौत्स्यायन रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक रखा गया है।
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