Updated: Tue, 02 Sep 2025 05:20 AM (IST)
जालौन के जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने अधिकारियों की कार्यशैली जांचने के लिए अनूठा तरीका अपनाया। उन्होंने अनजान नंबर से एसडीएम और तहसीलदारों को फोन करके जनता दर्शन में समस्याओं के समाधान की जानकारी ली। अधिकांश अधिकारियों ने फोन उठाया और प्रतिक्रिया दी जिससे जिलाधिकारी संतुष्ट हुए। उन्होंने समस्याओं के त्वरित निस्तारण पर जोर दिया।
जागरण संवाददाता, उरई: जनता दर्शन में अधिकारी बैठकर लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं या नहीं, इसकी जानकारी करने के लिए सोमवार को जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने अनजान नंबर से सभी एसडीएम और तहसीलदारों को उनके सीयूजी नंबर पर फोन मिलाया।
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पता न चले कि कौन बोल रहा है, इसके लिए आवाज बदलकर व दूसरे नंबर से फोन करके कहा कि कदौरा से रणविजय बोलत हौं। चेकिंग के दौरान अधिकांश अधिकारियों ने फोन उठाया और रिस्पांस भी दिया। इस पर डीएम संतुष्ट हुए।
जनता दर्शन में आने वाले लोगों की समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण करने के लिए सरकार के सख्त निर्देश हैं। वास्तविकता के लिए सोमवार को जिलाधिकारी ने अनजान नंबर से सभी एसडीएम, तहसीलदारों के सीयूजी नंबर पर फोन किया।
ताकि पता चल सके कि वास्तव में अधिकारी लोगों का फोन उठाते हैं कि नहीं। फोन मिलाने पर सभी एसडीएम व तहसीलदारों ने फोन को रिसीव किया और समस्या भी पूछी। किसी को इस बात का भान तक नहीं हुआ कि फोन पर सीधे जिलाधिकारी बात कर रहे हैं।
किसी अधिकारी को पता न चल सके, इसके लिए डीएम ने आवाज बदलकर बात की। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याओं का निराकरण कराना सरकार की प्राथमिकता है।
इसमें किसी तरह की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारी 10 से 12 बजे तक कार्यालय में बैठकर शिकायतों को सुनेंगे और निस्तारण भी करेंगे।
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