बदलते मौसम में बच्चों पर दें ध्यान
उरई, जागरण संवाददाता : मौसम में बदलाव के दौरान उल्टी-दस्त, बुखार आदि बीमारियां बच्चों में होती हैं।
उरई, जागरण संवाददाता : मौसम में बदलाव के दौरान उल्टी-दस्त, बुखार आदि बीमारियां बच्चों में होती हैं। इन बीमारियों से बचाव के लिए माता-पिता को बच्चों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। यह बात जिला अस्पताल में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डा. संजीव अग्रवाल ने दैनिक जागरण के प्रश्न प्रहर कार्यक्रम में कही।
प्रश्न : मेरे बच्चे की उम्र डेढ़ साल है उसको तीन दिन से तेज बुखार आ रहा है व उल्टी दस्त भी लग रहे हैं क्या करें? कपिल त्रिपाठी, रामनगर
उत्तर : सभी लक्षण डिसेंट्री के हैं। मल के साथ खून व मवाद आना, पेट दर्द, बुखार, उल्टी होना है। चिकित्सीय परामर्श लेकर इलाज शुरू कर दें।
प्रश्न : बच्चे को दो दिन से उल्टी दस्त हो रहे हैं और पेशाब भी बंद है क्या करें? गायत्री प्रजापति, ऊमरी
उत्तर : यह सभी लक्षण डायरिया के हैं। लगातार दस्त होना, बच्चे का पेशाब कम करना, आंखें अंदर धंस जाना और जीभ सूखना। बच्चे को ओआरएस व नमक का घोल पिलायें। चिकित्सक को दिखाकर दवा लें।
प्रश्न : मेरा बच्चा 4 दिन पहले सामान्य प्रसव से जन्म हुआ है उसकी आंखों में पीलापन है क्या करें? मनोरमा पांचाल, उमरारखेड़ा
उत्तर : नवजात शिशु में पीलिया सामान्यत: हो सकता है जो नोर्मल होता है। अगर पीलिया जन्म के समय या 24 घंटे के अंदर हो तो खतरनाक भी हो सकता है। तुरंत चिकित्सक को दिखायें।
प्रश्न : मेरी बच्ची की उम्र 2 वर्ष है उसको तीन दिन से तेज बुखार है। दूध भी नहीं पी रहा है क्या करें? आलोक सक्सेना, तुफैलपुरवा
उत्तर : यह निमोनिया के लक्षण है। बच्चों में तेज बुखार, पसलियों का चलना व दूध का न पीना इसके लक्षण हैं। उसके तुरंत डाक्टर को दिखायें और दवा लें।
प्रश्न : मेरे बच्चे की उम्र साढ़े तीन साल है उसका वजन 8 किलो है और लंबाई भी कम है क्या करें? अटल श्रीवास्तव, चुर्खी
उत्तर : आपका बच्चा कुपोषण का शिकार है। उसको चिकित्सीय परामर्श लेकर चिकित्सक के अनुसार उचित आहार दें।
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