सुबह 4 बजे घर का काम छोड़ देती हैं औरतें, ऐसा क्या है कारण जो यहां लंबी लाइन में खड़ी रहती हैं महिलाएं?
सादाबाद में आलू किसानों को डीएपी खाद के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। महिलाएं भी घर का काम छोड़कर सुबह से ही लाइन में लगी हैं। किसानों को समय पर बुवाई न होने से नुकसान का डर है। कृभको केंद्र पर सुबह 4 बजे से ही किसानों की भीड़ जमा हो गई थी, क्योंकि आलू की बुवाई के लिए डीएपी बहुत जरूरी है।

सादाबाद में डीएपी खाद के लिए किसानों की जद्दोजहद, महिलाएं भी लाइन में।
संवाद सूत्र, जागरण, सादाबाद/हाथरस। आलू के अत्यधिक उत्पादन वाले क्षेत्र सादाबाद के किसानों की आलू की बुवाई के लिए डीएपी के खातिर काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। यहां किसान ही नहीं महिलाएं भी कामकाज को छोड़कर लाइन में लगी हैं। एक-एक बोरा के लिए जद्दोजहद हो रही है। महिलाएं कह रही हैं कि घर के काम तो बाद में भी हो जाएंगे, अगर फसल की बुवाई समय से नहीं हुई तो बड़ा नुकसान होगा।
घर का कामकाज छोड़ डीएपी के लिए लाइन में लगी महिलाएं
सादाबाद के राया मार्ग स्थित कृभको केंद्र पर मंगलवार की तड़के 4 बजे से डीएपी मिलने की उम्मीद में सैकड़ों की संख्या में किसान पहुंच गए। 10 बजे केंद्र के खुलने का समय है। लेकिन आवश्यकता के चलते छह घंटे पहले से ही किसानों ने वहां लाइन लगा दी। आलू की बुवाई के लिए किसानों को डीएपी की खास आवश्यकता है।
ऐसे में घंटों लाइन में लगकर किसान खाद के लिए परेशान हैं। घर की महिलाएं भी डीएपी पाने की खातिर अपने घरेलू कामकाज को छोड़कर केंद्र पर लाइन में लगी हैं।
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