हाथरस में मंदिर में प्रसाद के लड्डू खाने से महिला की मौत, 18 लोगों की हालत गंभीर
हाथरस में दीपावली पर मंदिर में प्रसाद के लड्डू खाने से 18 लोग बीमार हो गए, जिनमें से एक महिला की मौत हो गई। मंदिर में दोबारा लड्डू मिलने से संदेह हुआ और कुत्ते को खिलाने पर उसकी भी मौत हो गई। पुलिस फूड प्वाइजनिंग की आशंका जता रही है और जांच कर रही है कि कहीं प्रसाद में जहर तो नहीं मिलाया गया था। मृतका के पति ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
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जागरण संवाददाता, हाथरस। दीपावली पर मंदिर में प्रसाद के रूप में रखे लड्डू लोगों के लिए घातक बन गए। इनके खाने से मंदिर की सेवादार महिला सहित 19 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। अगले दिन उसी मंदिर में फिर लड्डू रखे मिले। शक होने पर कुत्ते को खिलाया गया तो लोगों के होश उड़ गए। कुत्ता मर गया था। तब मरीजों को डाक्टरों के यहां ले जाया गया।
मगर, पुलिस -प्रशासन को जानकारी शनिवार की सुबह तब दी गई, जब एक महिला ने उपचार के लिए आगरा ले जाते समय दम तोड़ दिया। इसके बाद पीड़ित 18 लोगों को उनके स्वजन आगरा ले गए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला की मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने पर बिसरा सुरक्षित रखा गया है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी इसे फूड प्वाइजनिंग मान रहे हैं। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि कहीं किसी शातिर व्यक्ति ने प्रसाद में विषाक्त तो नहीं मिला दिया था।
अगसौली-कचौरा रोड से करीब तीन किलोमीटर भीतर गांव माधुरी स्थित है। यहां गांव के बीचों-बीच चामड़ पथवारी माता का मंदिर बना हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि 21 अक्टूबर की रात को कोई व्यक्ति मंदिर में दो मिठाई के डिब्बे रख गया। इसमें मलाई के लड्डू थे। मंदिर की देखभाल और सेवादारी गांव की मुन्नी देवी करती थीं। वह सफाई करने पहुंची तो उन्होंने मिठाई को उठाकर रख दिया। सुबह आरती के बाद यह लड्डू प्रसाद में भक्तगणों को बांट दिए गए।
लड्डू खाने के कुछ देर बाद ग्रामीणों को उल्टी, दस्त की शिकायत होने लगी। पहले तो वह कुछ समझ नहीं पाए। कुछ ग्रामीणों ने घरेलू उपचार किया तो कुछ ने गांव के चिकित्सकों से दवा ले ली। 22 अक्टूबर रात्रि में फिर से दो डिब्बे लड्डू के मंदिर में किसी ने रख दिए। 23 अक्टूबर की सुबह मंदिर पहुंचे ग्रामीणों को शंका हुई।
ग्रामीणों ने पहले कुछ लड्डू एक कुत्ते को खिलाए। कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। यह देखकर ग्रामीणों के होश उड़ गए। पहले प्रसाद खाने से बीमार हुए लोगों की तबीयत इसके बाद और बिगड़ने लगी। सभी लोग कचौरा और सिकंदरराऊ से दवा लेकर आए। शुक्रवार को तबीयत बिगड़ने पर सीएचसी से डाक्टरों की टीम गांव पहुंची और दवा वितरित की। शुक्रवार की देर रात वृद्धा मुन्नी देवी की तबीयत बिगड़ गई।
स्वजन उन्हें आगरा ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। इसके बाद तो बाकी लोग घबरा गए। सभी का उपचार आगरा में चल रहा है। इस घटना के पीछे किसी शातिर व्यक्ति की करतूत नजर आ रही है। मृतका के पति सुनील कुमार ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराया है।
इनका चल रहा उपचार
ब्रजेश, रजनीश, मुकेश, रोहिताश, बद्री प्रसाद, माया देवी, रामा देवी, अनुष्का, साधना , सोनी, मर्दुल, प्रीती, अवनि, श्रीमंती, श्रस्टि, अंगूरी, कनक समेत राजेश
प्रथम दृष्टया मामला फूड प्वाइजनिंग का प्रतीत आ रहा है। खाद्य विभाग की टीम ने सैंपल लिए हैं। इनकी रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। बिसरा सुरक्षित रखा गया है। मृतका के पति की तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी गई है।
- चिरंजीव नाथ सिन्हा, एसपी हाथरस

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