मथुरा-बरेली हाईवे पर टोल टैक्स में भारी वृद्धि, 38 KM के 245Rs; छह महीने में ढाई गुना बढ़ा शुल्क
उत्तर प्रदेश के हाथरस में टोल टैक्स की दरों में भारी वृद्धि हुई है. पिछले छह महीनों में टोल शुल्क में ढाई गुना तक की बढ़ोतरी की गई है, जिससे वाहन चालक ...और पढ़ें

टोल टैक्स की फाइल फोटो।
जागरण संवाददाता, हाथरस। मथुरा-बरेली हाईवे पर टोल शुल्क को लेकर लोग बेहद परेशान हैं। यहां छह माह में ढाई गुना की टाेल शुल्क की बढोत्तरी लेागों को हजम नहीं हो रही है। मई माह में कार और हल्के वाहनों का 38 किलोमीटर तक हाईवे का टोल शुल्क 100 रुपये (दोतरफा) वसूला जा रहा था।
अब हाईवे मथुरा रिफाइनरी तक तक बनने के बाद इसे बढ़ाकर 245 रुपये कर दिया गया है। सबसे ज्यादा परेशानी वृंदावन तक जाने वाले श्रद्धालुओं को हो रही है। लोग टोल की संशोधित दरें लागू करने की मांग कर रहे हैं।
मथुरा-बरेली हाईवे पर पहले वाहनपुर से कोयल गांव तक 100 रुपये था आने-जाने का शुल्क
वृंदावन जाने के लिए हाथरस से पहले लोग मुरसान, राया होते हुए जाते थे। राया की रेलवे क्रासिंग पर जाम के चलते सफर मुश्किल हो जाता था। घंटों लाेग जाम में फंसते थे। मथुरा-बरेली हाईवे बनने से लोगों को राहत मिली है। राया पर ओवरब्रिज के चलते अब जाम की परेशानी दूर हो गई है।
28 किलोमीटर हाईवे बढ़ाकर मथुरा में रिफाइनरी तक किया गया रोड
मथुरा रिफाइनरी से हाथरस जंक्शन के गांव वाहनपुर तक यह हाइवे तैयार हो चुका है। इसे दो टुकड़ों में बनाया गया है। पहले वाहनपुर से कोयल गांव तक यह रोड तैयार किया गया। इसकी दूरी तकरीबन 38 किलोमीटर है। मई-2025 में इसे चालू कर टोल शुल्क लागू कर दिया गया। उस समय एक तरफ से जाने का किराया 60 रुपये और लौटने पर 40 रुपये शुल्क था। इसके बाद काेयल गांव के पास मथुरा-कासगंज रेलवे ट्रैक पर ओवरब्रिज बनाया गया। यहां से राया बाईपास होते हुए मथुरा रिफाइनरी के पास तक हाईवे पूरा किया गया। इसकी दूरी तकरीबन 28 किलोमीटर है। ऐसे कुल 66 किलोमीटर का यह हाईवे बनाया गया।
फिलहाल शिवा कार्पोरेशन कंपनी टोल का काम देख रही है। अब 66 किलोमीटर के इस रूट पर एक तरफ से 160 रुपये और दोनाें तरफ से 245 रुपये टोल शुल्क एनएचएआई ने तय किया है। यह लोगों को अखर रहा है।
टोल कंपनी के सामने भी चुनौती
टोल का कार्य देख रही शिवा कार्पाेरेशन के मैनेजर नितिन शर्मा की मानें तो टाेल पर वाहनों का आवागमन कम होने से हर माह घाटा उठाना पड़ रहा है। लोग बीच-बीच में गांवों के रास्ते से निकलकर टोल शुल्क बचा लेते हैं। इससे पहले वंशीलाल गुप्ता एंड कंपनी, उमेश कुमार एंड कंपनी घाटे के चलते काम छोड़ चुकी हैं।
पिछले माह बागेश्वर धाम महाराज की मथुरा यात्रा के दौरान इस रूट पर वाहनों का डायवर्जन रहा। ट्रैफिक कम होने से गत माह लाखों रुपये का घाटा हुआ है। फिलहाल शिवा कार्पोशसन ने तीन माह के लिए इस काम को देख रही है। हर माह लाखों रुपये का घाटा हो रहा है।
एनएचएआई ने टोल की दरें बेहद ज्यादा निर्धारित की है। पूरा हाइवे बनने पर ढाई गुना किराया बढ़ाना अतार्किक है। गौरव वर्मा, सासनी
वृंदावन जाने के लिए नया हाईवे बनने से राहत तो मिली है। लेकिन इसक शुल्क जायज वसूल किया जाए तो लोगों को लाभ होगा। निक्की सैनी, सासनी
इस रूट पर वृंदावन के लिए एग्जिट बूथ बनाया जाए। इसके हिसाब ने नई टोल दरों को लागू किया जाए ताकि लोगों को राहत मिले। विशाल वाष्र्णेय, सिकंदराराऊ

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