हार्ट अटैक: 33 हजार ₹ के मुफ्त टेनेक्टेप्लेस इंजेक्शन से बचेगी जान, हाथरस के सरकारी अस्पताल में मिलेगा इलाज
हाथरस जिले में हृदय रोगियों के लिए खुशखबरी है। अब सरकारी अस्पतालों में टेनेक्टाप्लेस इंजेक्शन मुफ्त मिलेगा, जिसकी बाजार में कीमत 33 हजार रुपये है। यह इंजेक्शन हार्ट अटैक के मरीजों के लिए जीवन रक्षक साबित होगा। मरीज के वजन के अनुसार डोज दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए विशेष व्यवस्था की है।

सांकेतिक तस्वीर।
संवाद सहयोगी, जागरण. हाथरस। जिले में हृदय रोग से पीड़ित मरीजों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी राहत की दी है। अब जीवनरक्षक टेनेक्टाप्लेस इंजेक्शन सरकारी अस्पतालों व सीएचसी में मरीजों को निश्शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। बाजार में इसकी कीमत 33 हजार रुपये है। यह इंजेक्शन उन गंभीर मरीजों के लिए जीवनरक्षक साबित होगा, जिन्हें समय पर इलाज न मिलने पर जान जाने का खतरा बना रहता है।
जल्द ही जिला अस्पताल समेत और जिले में सात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए शुरुआती चरण में टेनेक्टाप्लेस इंजेक्शन उपलब्ध कराए जाऐंगे। इन केंद्रों पर प्रशिक्षित टीम किसी भी हृदय रोगी को आपात स्थिति में स्टैंडर्ड प्रोटोकाल के अनुसार इंजेक्शन उपलब्ध कराएगी।
सरकारी अस्पतालों में मुफ्त लगेगा जीवन रक्षक इंजेक्शन
अधिकारियों के मुताबिक जिला अस्पताल व अन्य सभी सीएचसी के लिए जल्द ही इंजेक्शन उपलब्ध कराने के लिए डिमांड भेजी गई है, ताकि पूरे जिले में सुविधा सुचारू रूप से लागू की जा सके। टेनेक्टाप्लेस इंजेक्शन दिल की नली बंद होने पर खून के थक्के को घोलने में मदद करता है और समय रहते लगाए जाने पर मरीज की जान बचाने में अत्यंत प्रभावी माना जाता है। इंजेक्शन लगाने से पहले मरीज की ईसीजी की जांच की जाएगी। इसकी रिपोर्ट तुरंत स्पेशलिस्ट चिकित्सक को भेजकर मर्ज की पुष्टि कराई जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद ही अस्पताल की टीम इंजेक्शन देने का निर्णय लेगी।
बाजार में 33 हजार रुपये है कीमत, मरीजों को बड़ी राहत
स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए विशेष एंबुलेंस और सुविधाओं की व्यवस्था भी सुनिश्चित की है। इस पहल से निजी अस्पतालों पर मरीजों की निर्भरता कम होगी और गरीब व जरूरतमंद मरीजों को समय पर उन्नत उपचार मिल सकेगा। मरीज के वजन के हिसाब से लगाती है इंजेक्शन की डोज हार्ट अटैक के बाद हृदय रोगी को अस्पताल में ले आने पर उनके वजन के हिसाब से छह घंटे के अंदर इंजेक्शन लगाया जाता है। 60 किलोग्राम से कम वजन के मरीजों को टेनेक्टाप्लेस इंजेक्शन की 30 एमजी डोज लगाई जाती है। अगर मरीज का वजन 60 किलोग्राम से अधिक है तो उन्हें इंजेक्शन की 40 एमजी की डोज लगाई जाती है।
खून के थक्के को खत्म कर देता है टेनेक्टाप्लेस
जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ. वरुण चौधरी बताते हैं कि हार्ट अटैक पड़ने के छह घंटे के अंदर अगर मरीज अस्पताल पहुंच जाए। उसे टेनेक्टाप्लेस इंजेक्शन लग जाए तो खून का थक्का पूरी तरह से घुल जाता है। इससे मरीज की जान बच जाती है। हार्ट अटैक के लक्षण सीने में जकड़न और बेचैनी, सीने में तेज दर्द होना, अचानक सांसें तेज चलना, चक्कर के साथ पसीना आना, कई बार सीने में दर्द व जलन महसूस होती है और नब्ज कमजोर पड़ने लगती है।
जिला अस्पताल समेत जिले के सात सीएचसी व ट्रामा सेंटर के लिए 33 हजार रुपये कीमत के इंजेक्शन उपलब्ध कराए जाऐंगे। शेष पीएचसी के लिए डिमांड भेजी गई है। जल्द ही इन सभी स्थानों पर इंजेक्शन मुहैया कराया जाएगा। -डॉ. राजीव राय, सीएमओ।
शासन से आदेश दिया गया है। इसी क्रम में टेनेक्टाप्लेस इंजेक्शन के लिए डिमांड की गई है। जल्द ही जिला अस्पताल में भी यह इंजेक्शन उपलब्ध हो जाएगा। इससे मरीजों को राहत मिलेगी। - डॉ. सूर्य प्रकाश, सीएमएस
प्रशिक्षित किए गए स्वास्थ्यकर्मी
हृदय रोगियों को मुकम्मल इलाज मिले, इसके लिए फिजिशियन डा. वरुण चौधरी के नेतृत्व में जिला अस्पताल के फार्मासिस्ट व अन्य स्टाफ के साथ अलीगढ़ एसएन मेडिकल कालेज में ट्रेनर के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
ऐसे लगेगा टेनेक्टाप्लेस इंजेक्शन
मरीज को इंजेक्शन लगाने के पहले प्रशिक्षित चिकित्सक और फार्मासिस्ट मरीज का ईसीजी करके व्हाट्सग्रुप पर एसएन मेडिकल के विशेषज्ञ चिकित्सक को भेजेगें। इसके बाद विशेषज्ञ चिकित्सक के निर्देश पर उन्हें टेनेक्टाप्लेस का इंजेक्शन लगेगा।

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