लगातार बारिश से बाजरे की फसल को नुकसान
बाजरा तिल मिर्च आदि फसलों को बारिश से बताया नुकसान खेतों में पानी भरने से फसलों में हो जाता है जड़गलन रोग
संस, हाथरस : इस दौरान बारिश सिर्फ धान के लिए फायदेमंद है। बाजरा, तिल, अरहर आदि की फसलों को इससे नुकसान पहुंच सकता है।
शुक्रवार को दो घंटे से अधिक हुई बारिश से खेतों में पानी भर गया।
बारिश का सबसे ज्यादा लाभ धान की फसल को है। पकी हुई बाजरा, उड़द, मूंग, तिल, मिर्च आदि फसलों को इससे नुकसान पहुंच रहा है। खेतों अधिक पानी भरने से फसलों में जड़ गलन व तना गलन रोग लगने से फसलें नष्ट हो जाती हैं। डूब गई सैकड़ों बीघा
बाजरे की फसल
सादाबाद : बिसावर क्षेत्र के गांव सूमरा, गढ़ी भगता, नगला शेखा, नगला गूलर आदि कई गांवों में किसानों की तिल और बाजरे की फसल को नुकसान हुआ है। मुरसान क्षेत्र में भी खूब बारिश हुई। फसलों में पानी भर गया। नगला हीरा, कुमरपुर, रोहई, अर्जुनपुर आदि ग्रामीण क्षेत्रों में पानी भरने से बाजरे की फसल जलमग्न हो गई। हसायन क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी कर बादल चलते बने। सूख रही धान की फसलों में किसान ट्यूबवेल से सिचाई कर रहे हैं।
इनका कहना है
मैंने करीब 20 बीघा बाजरा की फसल की थी। पकने में कुछ समय बाकी रह गया था। बारिश के चलते फसल खेत में गिरकर गलने से बेकार हो जाएगी।
-रणधीर सिंह, किसान बाजरा व तिल की 10 बीघा फसल की थी। बारिश में डूब जाने से बेकार हो रही है। अब समझ में नहीं आ रहा कि यह आफत किसानों पर ही क्यों टूटती है।
-वीरेंद्र सिंह किसान बारिश के चलते खेतों में पानी भरने से मिर्च व बाजरे की फसल जलमग्न हो गई है। पानी को निकालने का कोई साधन नहीं है। इससे फसल को बचाना मुश्किल है।
-मुकेश कुमार किसान बारिश से धान व कपास की फसल को लाभ है। इसके अलावा मिर्च, टमाटर, बाजरा आदि फसलों को पानी भरने से नुकसान हैं। इससे जड़ व तना गलन रोग लग जाता है।
-डॉ. एसआर सिंह कृषि वैज्ञानिक केवीके
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