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    Hathras Accident: यमुना एक्सप्रेस-वे पर घने कोहरे में भिड़े तीन कैंटर, 3 चालकों की मौत

    Updated: Wed, 08 Jan 2025 09:50 AM (IST)

    Road Accident At Yamuna Expressway Update News यमुना एक्सप्रेस-वे पर घने कोहरे के कारण तीन कैंटर आपस में भिड़ गए जिससे तीनों के चालकों की दुखद मृत्यु हो गई। यह हादसा हाथरस के सादाबाद क्षेत्र में हुआ। इस दर्दनाक घटना में कुछ लोग घायल भी हुए हैं जिनका आगरा में इलाज चल रहा है। अधिक जानकारी के लिए लेख पढ़ें।

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    Hathras News: यमुना एक्सप्रेस वे पर घने कोहरे में भिड़े वाहन।

    जागरण संवाददाता, हाथरस। यमुना एक्सप्रेस-वे पर माइलस्टोन 142 के निकट घने कोहरे के कारण तीन कैंटर आपस में भिड़ गए। इसमें तीनों वाहनों के चालकों की मृत्यु हो गई। कुछ लोग घायल हुए हैं, जिनका उपचार आगरा में चल रहा है।

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    हादसा सादाबाद क्षेत्र में गांव मिढावली के पास हुआ। नोएडा से आगरा की ओर एक कैंटर दूसरे खराब कैंटर को जंजीर से खींचकर ले जा रहा था। माइलस्टोन 142 पर जंजीर टूट गई। दोनों कैंटरों के चालक उसे सही कर रहे थे। कोहरा होने के कारण पीछे से आ रहा तीसरा कैंटर उनसे टकरा गया। हादसे में तीनों के चालक राहुल, रंजीत एवं तरुण की मौके पर ही मृत्यु हो गई। 

    यमुना एक्सप्रेसवे कोतवाली हाथरस गेट के नगला उम्मेद निवासी रंजीत की पिता भी चालक थे। रंजीत आगरा से दिल्ली के लिए कैंटर ले जा रहा था। तभी एक्सप्रेसवे पर यह हादसा हुआ। रंजीत की मौके पर ही मौत हो गई। इकलौते बेटे की मृत्यु से उसकी मां रामेश्वरी का रो-रोकर बुरा हाल है।

    पिता की भी हादसे में हुई थी मौत

    रंजीत के पिता विकास भी कैंटर चालक थे। कुछ वर्ष पहले उनकी भी हादसे में मृत्यु हो गई। रंजीत अपनी मां रामेश्वरी के साथ अलीगढ़ रोड स्थित गांव नगला उम्मेद में एक किराए के मकान में रह रहा था। वह अपने परिवार का इकलौता बेटा था। वह फरीदाबाद में एक ट्रांसपोर्ट पर कैंटर पर क्लीनर था।

    घर पर अकेली मां को जब इकलौते बेटे की मृत्यु की सूचना मिली तो वह बेहोश हो गईं। गांव के लोग और रिश्तेदार पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। इसके बाद शव को गांव लेकर आए और अंतिम संस्कार किया गया। मां रामेश्वरी बार-बार यह कर रही थी कि इकलौते बेटे के सहारे वह जिंदा थी। अब कैसे जिंदगी गुजरेगी।

    तरुण भी था अपने घर का इकलौता चिराग

    फरीदाबाद निवासी तरुण अपने घर का इकलौता चिराग था। पिछले दिनों उसने कैंटर ली थी। इस समय वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ दिल्ली में रह था। एक माह पूर्व ही तरुण की पत्नी के बेटी हुई थी। तरुण के पिता की गत वर्ष मृत्यु हो चुकी है। मां रानी फरीदाबाद में घर पर अकेली रहती है। तरुण पत्नी और बच्ची के साथ दिल्ली में रहता था।

    वहीं, मैनुपरी के कुरावली निवासी राहुल कैंटर चालक की भी हादसे में मृत्यु हो गई। वह फिरोजाबाद से दिल्ली कैंटर को लेकर जा रहा था। उसकी मृत्यु से पत्नी और दो साल के बच्चे का रो-रो कर बुरा हाल है।