Updated: Wed, 24 Sep 2025 09:35 PM (IST)
हाथरस जिले की जर्जर सड़कों की मरम्मत का कार्य जल्द शुरू होगा। लोक निर्माण विभाग ने 100 करोड़ रुपये की लागत से छह सड़कों के निर्माण का प्रस्ताव भेजा है। लोकसभा चुनाव में सड़कों की दुर्दशा के कारण मतदान का बहिष्कार भी हुआ था। प्रस्तावित सड़कों में सासनी-अकराबाद हाथरस जंक्शन-बैरगांव मार्ग आदि शामिल हैं।
जागरण संवाददाता, हाथरस। जिले की बदहाल सड़कों के दिन बहुरने वाले हैं। सांसद और विधायकों के क्षेत्र में बनने वाली बदहाल सड़कों के प्रस्ताव पहले ही शासन को भेज दिए गए हैं, मगर अभी तक शासन स्तर से उनको हरी झंडी नहीं मिली है। बजट मिल जाए तो कई महत्वपूर्ण सड़कें दुरुस्त हो सकती हैं। पीडब्ल्यूडी की ओर से ऐसी छह सड़कों के प्रस्ताव और भेजे गए हैं, जिनके निर्माण पर करीब 100 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
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बता दें कि जिले की बदहाल सड़कों को लेकर लोकसभा चुनाव के दौरान कई गांवों में मतदान का बहिष्कार किया गया था। घंटों लोगों ने वोट नहीं डाले तो प्रशासन से लेकर प्रत्याशियों तक की धड़कनें तेज हो गई थीं। सबसे अधिक टेंशन भाजपा के विधायकों को थी, क्योंकि मतदान का बहिष्कार करने वाले ग्रामीणों का आरोप था कि सांसद और विधायक बनने के बाद सत्ताधारी दल के नेता वोट मांगने के दौरान सड़कों को बनवाने का आश्वासन देने के बाद दर्शन नहीं देते। खैर, प्रत्याशियों ने आश्वासन देकर कुछ घंटे बाद मतदान शुरू करा दिया था। जिले में सांसद हों या विधायक दोनों ही भाजपा के हैं।
ऐसे में भाजपा के जन प्रतिनिधियों से अपेक्षाएं बढ़ना स्वाभाविक है। लोक निर्माण विभाग की ओर से जिले की छह बड़ी सड़कों का प्रस्ताव शासन को बनाकर भेजा गया है। इन छह सड़कों को बनाने में पूरे 100 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
जिन छह सड़कों का प्रस्ताव भेजा गया है, उनमें सासनी से अकराबाद मार्ग, हाथरस जंक्शन से बैरगांव मार्ग, सिकंदराराऊ से ट्राली एटा मार्ग, कचौरा मार्ग, पीलीभीत-भरतपुर हाईवे से हसायन लिंक मार्ग, सादाबाद से जलेसर, कोकनाकलां मार्ग, सादाबाद से ककरौली मार्ग आदि शामिल हैं।
पब्लिक के बोल...
सासनी-अकराबाद मार्ग बदहाल होने के कारण बहुत खराब स्थिति हो गई है। अगर ये मार्ग बन जाता है तो इस मार्ग पर पड़ने वाले करीब 20 ग्रामों के ग्रामीणों का आवागमन सुगम हो जाएगा। सुनील कुमार, ग्रामीण
सादाबाद क्षेत्र में अभी कई मार्ग बदहाल स्थिति में है। हालांकि कई मार्गों की स्थित सुधरी है। इसमें विधायक सादाबाद के प्रयास शामिल हैं। सड़कों की बदहाली के कारण चलने भी भी दिक्कत है। जगदीश चंद्र, ग्रामीण।
जिले के तमाम मार्गों की हालत सुधरी है। कुछ मार्ग ऐसे हैं, जिनके प्रस्ताव पहले ही शासन को भेजे जा चुके हैं। बजट मिल जाए तो सड़कों पर काम शुरू कराया जाएगा। 100 करोड़ की लागत से छह सड़कों का प्रस्ताव अलग से भेजा है। संजीव वर्मा, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी।
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