Updated: Sat, 04 Oct 2025 12:15 PM (IST)
हाथरस के बिसावर में दघेंटा रजबहा की पटरी टूटने से लगभग 150 बीघा खेतों में पानी भर गया जिससे आलू और अन्य फसलों को नुकसान हुआ। किसानों का कहना है कि सिंचाई विभाग द्वारा बिना सूचना दिए पानी छोड़ने से यह समस्या हुई। सिंचाई विभाग ने जेसीबी से पटरी को ठीक कराया पर किसानों को भारी नुकसान हुआ।
जागरण संवाददाता, हाथरस। बिसावर में गुरुवार की रात पचावरी मार्ग स्थित दघेंटा रजबहा में अचानक तेज पानी आने से पटरी कट गई। इससे करीब डेढ़ सौ बीघा से अधिक खेतों में जलभराव हो गया। इससे आलू व अन्य फसलों को नुकसान हुआ है।
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सिंचाई विभाग के कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी से पटरी को ठीक कराया। मथुरा जनपद की मांट ब्रांच से सादाबाद क्षेत्र में नहर व रजबहा संचालित हैं। किसान बताते हैं कि मांट ब्रांच के अधिकारी किसानों को बगैर सूचना दिए नहर व बंबे में पानी छोड़ देते हैं, जिसके कारण जंगली जानवरों द्वारा खोखली कर दी गई पटरी पानी के तेज बहाव से टूट जाती है।
इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है। दो दिन पहले सिंचाई विभाग ने दघेंटा रजबहा में पानी छोड़ा था। पानी के अधिक दबाव के कारण बिसावर में पचावरी मार्ग पर उदयवीर सिंह के खेत पर रजबहा की पटरी टूट गई। पानी खेतों में रातभर भरता रहा।
करीब 150 बीघा से अधिक खेतों में पानी भर गया। इन खेतों में अरहर, ज्वार व अन्य फसल खड़ी हैं। दूसरी ओर आलू की फसल तैयार करने के लिए खेतों को तैयार किया जा चुका था। खेतों में पानी पहुंच जाने से किसानों की तैयारी बेकार हो गई ।
पानी सूखने के बाद किसानों को दोबारा आलू की खेती के लिए खेत तैयार करने होंगे। महेंद्र सिंह, पंकज कुमार, दिनेश कुमार, योगेश कुमार, रामू चौधरी सहित 40 किसानों के खेत पानी से भर चुके हैं।
सुबह जब किसानों को जानकारी हुई तो उन्होंने सिंचाई विभाग के अवर अभियंता को सूचना दी। इसके बाद मेड पवन कुमार को मौके पर भेजा गया। इसमें किसानों की फसल को काफी नुकसान हुआ है। सिंचाई विभाग के कर्मी ने बताया कि कटी पटरी को जेसीबी से ठीक करा दिया गया है।
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