फ्रेट कॉरिडोर पर ट्रायल आज से
रेलवे में माल ढुलाई में क्रांति लाएगा फ्रेट कॉरिडोर : लोहानी बातचीत -भदान से खुर्जा तक रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने किया निरीक्षण -कुछ दिन ट्रायल के बाद डीजल इंजन से दौड़ने लगेंगी मालगाड़ियां
जागरण संवाददाता, हाथरस : दिल्ली से हावड़ा के बीच बन रहे डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) के पहले चरण में भदान से खुर्जा तक 200 किलोमीटर का कार्य पूरा हो चुका है। यहां शुक्रवार से मालगाड़ी का ट्रायल होगा। कुछ दिन ट्रायल के बाद डीजल इंजन से मालगाड़ियां दौड़ने लगेंगी। गुरुवार को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी ने अपनी स्पेशल कार (ट्रेन) से माल भाड़े गलियारे का निरीक्षण किया। न्यू हाथरस स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत में अश्वनी लोहानी ने सब कुछ ठीक बताया। कहा कि अगले वर्ष बिजली की लाइन भी शुरू हो जाएगी। फ्रेट गलियारे वाणिज्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण साबित होंगे, जिससे माल ढुलाई में क्रांतिकारी परिवर्तन होगा।
चेयरमैन की स्पेशल ट्रेन को न्यू हाथरस स्टेशन पर दोपहर 03:10 बजे आकर तीन मिनट रुककर 03:13 बजे निकलना था, लेकिन ट्रेन बिना रुके ही गुजरने लगी। फिर, चेयरमैन ने न्यू हाथरस स्टेशन के थोड़ा आगे सिग्नल पर ट्रेन को रोका। 03:19 बजे ट्रेन रुकी। यहां तीन मिनट रुकने के दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात की। स्पेशल कार में अंदर खड़े होकर ही उन्होंने डीएफसी के कर्मचारियों का अभिवादन किया।
चेयरमैन ने बताया कि शुक्रवार से यहां ट्रायल के लिए गिट्टी से लदी मालगाड़ी चलेगी। ट्रायल सफल होने के बाद दिसबंर के पहले सप्ताह से ही डीजल इंजन से मालगाड़ियां दौड़ाई जाएंगी। पहले यहां मालगाड़ी की स्पीड 75 किलोमीटर प्रति घंटा, उसके बाद अधिकतम 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से यहां ट्रेन गुजरेगी। निरीक्षण के दौरान उनके साथ डीएफसी कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अनुराग सचान, जीएम एनसीआर राजीव चौधरी मौजूद रहे। लेटलतीफी पर लगेगा विराम
डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का कार्य पूरा होने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि दिल्ली हावड़ा ट्रैक पर यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी पर विराम लगेगा। ट्रैक पर मौजूदा समय में यात्री व मालगाड़ी के लिए एक ही ट्रैक होने से यात्री ट्रेन सात से 10 घंटे तक विलंब से चल रही हैं। इसका प्रमुख कारण है कि रेलवे आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति के लिए यात्री ट्रेन को रोककर ऐसी मालगाड़ी को गुजारता है।