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    हाथरस में पालिकाकर्मियों की मनमानी: अगस्त में मौत, अक्टूबर का बनाया मृत्यु प्रमाणपत्र; दो को नोटिस

    Updated: Sat, 22 Nov 2025 11:21 AM (IST)

    हाथरस नगर पालिका में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां अगस्त में हुई एक व्यक्ति की मृत्यु का प्रमाण पत्र अक्टूबर में जारी किया गया। पालिका कर्मियों ने अवकाश के दिन आईडी का गलत इस्तेमाल किया। अधिशासी अधिकारी ने दो कर्मचारियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है और विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

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    हाथरस पालिका।

    जागरण संवाददाता, हाथरस। मरने के बाद बनने वाले प्रमाण पत्रों में भी खेल चल रहा है। अगस्त में मौत हुई और पालिका में प्रमाण पत्र में दो महीने बाद अक्टूबर का बना दिया। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में लापरवाही नगर पालिका कर्मियों को महंगी पड़ी है। बाबू सहित दो कर्मियों से अधिशासी अधिकारी ने नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही इस घटना की विभागीय जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध सख्त कदम उठाया जाएगा।

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    आईडी व पासवर्ड का प्रयोग कर दिया इस कार्रवा का अंजाम


    नगर पालिका के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के विगाग ने एक मृत्यु प्रमाण पत्र ही गलत बना दिया है। थाना हाथरस गेट कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला विष्णूपुरी निवासी कुलदीप की मौत 19 अगस्त 2025 को हुई थी। उनकी पत्नी राधा देवी ने मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने का आवेदन नगर पालिका में किया था। इसके साथ सभी प्रमाण पत्र भी लगाए थे। जब उन्हें मृत्यु प्रमाण पत्र दिया तो उसमें मृत्यु की तिथि दो माह पहले 16 अक्टूबर 2025 दिखादी। इसकी शिकायत होने के बाद यह मामला गर्मा गया।

    बोलीं बाबू, पासवर्ड व आईडी का हुआ गलत प्रयोग


    जन्म मृत्यु प्रमण पत्रों का कार्य देखने वाली बाबू राखी यादव का कहना है कि उन्हें इस पटल का चार्ज तीन नवंबर को मिला था। अधिकांश कार्य कंप्यूटर ऑपरेटर को करने होते हैं। इसीलिए आईडी व पासवर्ड उसे दिया गया। जिस दिन यह प्रमाणपत्र जारी हुआ है। उस गुरुनानक जयंती का अवकाश था। पासवर्ड व आईडी का गलत प्रयोग होने से यह प्रमाण पत्र बना है।


    बाबू व सुपरवाईजर को मिला नोटिस



    पालिका कर्मी बताते हैं कि मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने से पहले उसकी जांच कराई जाती है। इसकी जांच सुपरवाइजर रामकिशन द्वारा की गई। बाबू राखी यादव के पटल से यह प्रमाण पत्र जारी हुआ। अधिशासी अधिकारी रोहित सिंह ने दोनों कर्मियों को नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही इसकी विभागीय जांच शुरू दी है। इस मामले से पालिकाकर्मियों मे अफरा तफरा मच गई है।


    गलत प्रमाण पत्र कोई नहीं बनना चाहिए। मृत्यु प्रमाण को लेकर सख्त कदम उठाया जा रहा है। बाबू व सुपरवाइजर को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जो भी इस घटना में दोषी होगा उसके विरुद्ध सख्त कदम उठाया जाएगा। - रोहित सिंह, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका हाथरस।