यूपी के इस जिले में 1 लाख 93 हजार लोगों के राशन पर ग्रहण! कार्ड धारकों को भारी पड़ सकती है ये भूल
हाथरस में राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य है। 1.93 लाख से अधिक यूनिट की ई-केवाईसी अभी तक नहीं हुई है जिससे वे राशन से वंचित हो सकते हैं। अंतिम तिथि 31 अगस्त है। सर्वर पर लोड बढ़ने के कारण ई-केवाईसी का काम बाधित है। कार्डधारक देश के किसी भी शहर में ई-केवाईसी करा सकते हैं।

जागरण संवाददता, हाथरस। फर्जीवाड़े पर रोक लगाने के लिए कार्डों में दर्ज यूनिट का ई-केवाईसी हो रहा है। अब तक नौ लाख यूनिट की ई-केवाईसी हो चुकी है, लेकिन अभी भी 1.93 लाख से अधिक यूनिट की ई-केवाईसी नहीं हो सकी। उनको राशन से हाथ धोना पड़ सकता है। ई-केवाईसी करने की अंतिम तिथि जून से बढ़ाकर अगस्त कर दी गई ताकि समय से ई केवाईसी लोग करा सकें।
शासन के निर्देश पर शासन का शत-प्रतिशत ई-केवाईसी पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए कोटेदारों को भी आवश्यक निर्देश दिया गया है। जनपद में कुल 11 लाख यूनिट हैं और दो लाख 90 हजार कार्ड धारक हैं। इनमें करीब नौ लाख यूनिट की ई केवाईसी हो गई है मगर 1.93 लाख से अधिक सदस्य ई-केवाईसी कराना भूल गए हैं। ये भूल कार्ड धारकों को भारी पड़ सकती है।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली को और पारदर्शी बनाने के लिए आपूर्ति विभाग की ओर से सभी उचित दर विक्रेताओं के माध्यम से राशन कार्ड धारक परिवार के प्रत्येक सदस्यों की ई-केवाईसी (इलेक्ट्रानिक नो योर कंज्यूमर) कराई जा रही है।
इसके लिए शासन की ओर से 30 जून तक का समय निर्धारित की थी मगर ई केवाईसी कराने से हाथरस समेत प्रदेश भर में गरीब परिवार रह गए तो मजबूरन तारीख को बढ़ाकर 31 अगस्त कर दिया गया है। निर्धारित समय तक ई-केवाईसी न कराने वाले उपभोक्ता हमेशा के लिए खाद्यान्न से वंचित हो सकते हैं।
इस कार्य के लिए कोटेदारों की तरफ से कुछ निजी तौर पर युवकों का भी सहारा लिया जा रहा है, ताकि समय पर शत-प्रतिशत सदस्यों की ई-केवाईसी हो सके। शुरूआती दौर में तो सदस्यों ने काफी रुचि दिखाई, लेकिन बड़ी संख्या में कई घरों के सदस्य दिल्ली समेत दूसरे राज्यों में रह रहे हैं। इस बीच राशन वितरण के दौरान साफ्टवेयर पर लोड बढ़ा तो ई केवाईसी का काम रोक दिया गया। फिलहाल 10 अगस्त तक होने वाले वितरण के दौरान ई केवाईसी नहीं करा पाएंगे। राशन वितरण बंद होेने के बाद भी ईकेवाईसी के काम शुरू हो सकेगा।
शासन की तरफ से अब नई व्यवस्था लागू कर दी गई है। कार्ड धारक सदस्य देश के किसी भी शहर में रहकर वहीं अपनी ई-केवाईसी करा सकते हैं। सर्वर पर लोड अधिक रहने से ई-केवाईसी का कार्य ठप रहता है। जिस कारण इसकी गति नहीं बढ़ पा रही है।- ध्रवराज यादव, डीएसओ।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।