जोकर बन पहुंचे सभासद: हाथरस नगर पालिका बोर्ड की बैठक में हंगामा, नारेबाजी और बोतल फेंकी
हाथरस नगर पालिका बोर्ड की बैठक में विकास कार्यों को लेकर जमकर हंगामा हुआ। एक दिव्यांग सभासद जोकर बनकर पहुंचा और वार्ड की समस्याओं के पोस्टर दिखाए। कुछ सभासदों ने बैठक का बहिष्कार किया और एक ने इस्तीफे की पेशकश कर दी। हंगामे के बीच 37 विकास प्रस्तावों पर मुहर लगी। स्ट्रीट लाइट चोरी के मुद्दे पर भी विवाद हुआ, लेकिन बाद में कंपनी के पेमेंट से वसूली करने पर सहमति बनी।

जोकर बनकर पहुंचे सभासद।
जागरण संवाददाता, हाथरस। नगर पालिका बोर्ड की बैठक बुधवार को हंगामेदार रही। तीन घंटे से अधिक चली बैठक में कुछ पल के लिए भी शोर शराबा बंद नहीं हुआ। विकास कार्य न होने से नाराज एक दिव्यांग सभासद जोकर के वेश में बैठक में पहुंचा तो चर्चाएं शुरू हो गईं। विकास कार्याें के लिए ही गुस्साए एक सभासद ने सामने रखी पानी की बोतल और माइक को फेंक दिया और चेयरमैन-ईओ के समक्ष इस्तीफे की पेशकश कर दी। तीन सभासद बहिष्कार करके चले गए। अंतत: हंगामे के बीच विकास कार्याें के 37 प्रस्तावों पर मुहर लग गई।
विकास कार्य न होने से नाराज दिव्यांग सभासद जोकर बनकर पहुंचा, पोस्टर दिखाए
बोर्ड की बैठक बुधवार को दोपहर साढ़े बारह बजे के करीब शुरू हुई। बैठक में हंगामे के आसार पहले ही लगाए जा रहे थे। इसी बीच ट्राईसाइकिल पर वार्ड संख्या 20 के दिव्यांग सभासद शाहरुख खान जोकर के वेश में सदन में पहुंचे। यह देखकर सब हैरान रह गए। उनके हाथ में पोस्टर था, जिस पर वार्ड की समस्याओं के फोटो थे। इस पर लिखा था कि 'आए दिन चोट की निशानी कौन देखेगा, गौर से मेरे वार्ड 20 की परेशानी कौन देखेगा, पूरी नगर पालिका है चक चंद देखने को, मेरे चेहरे की परेशानी कौन देखेगा ....'।
तीन सभासदों ने किया बहिष्कार, एक ने इस्तीफे की पेशकश
सभासद ने कहा कि पालिका सभासदों को जोकर समझ रही है। इसी लिए वह जोकर के वेश में यहां आए हैं। उनके वार्ड में ढाई साल से सफाई, पेयजल आपूर्ति सहित अन्य समस्या बनी हुई हैं। कुछ सभासदों ने अपने क्षेत्रों में जलभराव की समस्या को लेकर पोस्टर भी दिखाए। इधर वरिष्ठ लिपिक विजय स्वर्णकार ने प्रस्तावों को पढ़ना शुरू किया। पांचवां प्रस्ताव पढ़ा ही जा रहा था कि कुछ सभासदों ने अपने वार्ड की समस्याओं को शामिल नहीं करने को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।
तीन घंटे तक शोरशराबे के बीच 37 प्रस्तावों पर लगी मुहर
शहर में जलभराव की समस्या से लेकर पाइपलाइन में लीकेज, खराब पड़े हैंडपंपों का मुद्दा सदन में गूंजा। सभासदों ने बोर्ड बैठक में शामिल किए प्रस्तावों में भी सभासदों के प्रस्ताव शामिल नहीं करने का आरोप लगाया। स्वच्छता व पेयजल आपूर्ति की समस्या को लेकर सबसे अधिक हंगामा बोर्ड की बैठक में हुआ। सभासदों के अलावा किसी अन्य का प्रवेश वर्जित का नोटिस पालिका के प्रवेश द्वार पर चस्पा होने के बाद भी सभासदों के प्रतिनिधि के रूप में उनके पति व अन्य बैठक में मौजूद रहे।
बैठक में हंगामा, विकास कार्याें की अनदेखी का आरोप
विकास कार्य न होने पर फूटा गुस्सापालिका बोर्ड की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। बैठक शुरू होने के कुछ समय बाद ही सभासदों ने चेयरमैन पर अपने पद का दुरुपयोग करने व विकास कार्यों में अनदेखी करने आ आरोप लगाया। साथ ही सभासद सुनील पंडित, मनीष अग्रवाल व नवीन सबलोक बैठक का बहिष्कार करके चले गए। वहीं वार्ड नंबर नौ के सभासद धर्मेंद्र दिवाकर ने अपने वार्ड में विकास कार्य नहीं होने से आक्रोश जताया। अपने सामने रखी पानी की बोतल और माइक को फेंक दिया। अपना इस्तीफा चेयरमैन और ईओ को सौंपकर वह बैठक से चले गए। हालांकि कुछ देर बाद वापस आ गए। उन्होंने एक महिला कर्मी पर सभासदों की समस्या नहीं सुनने और अधिकांश दिनों अवकाश पर रहने का आरोप लगाया।
कंपनी के पेमेंट से होगी चोरी हुई लाइटों की वसूली
स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था संभाल रही डबल ईईसीएल कंपनी को चोरी हुईं 1948 लाइट का भुगतान करने के प्रस्ताव पर सभासद भड़क गए और हंगामा किया। उनका कहना था कि कंपनी को इसका पैसा गगर पालिका हीं देगी। सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद उसकी थी। इस पर ईओ बताया कंपनी का पालिका पर 5.73 कराेड़ रपुया बकाया है। इस मामले की एफआईआर कंपनी ने करा दी है। इस पेमेंट से पालिका धनराशि को काटकर ही कंपनी को भुगतान करेगी। इसके बाद ही सभासद शांत हुए।

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