Hathras News: सर्दी में बरतें सावधानी, गर्भवती महिलाएं, बच्चेे व बुजुर्ग अपनाएं ये खास टिप्स
सर्दी ने दस्तक दे दी है पारा भी दिन पर दिन लुढ़कने जा रहा है। सुबह-शाम की ठंड बच्चों और बुजुर्गों के साथ गर्भवती महिलाओं के लिए मुसीबत बनती जा रही है। इससे सरकारी अस्पतालों साथ-साथ निजी अस्पतालों में भीड़ बढ़ने लगी है।
हाथरस, जागरण संवाददाता। सर्दी ने दस्तक दे दी है, पारा भी दिन पर दिन लुढ़कने जा रहा है। सुबह-शाम की ठंड बच्चों और बुजुर्गों के साथ गर्भवती महिलाओं के लिए मुसीबत बनती जा रही है। इससे सरकारी अस्पतालों साथ-साथ निजी अस्पतालों में भीड़ बढ़ने लगी है। इसमें तमाम मरीज सर्दी, जुकाम एवं बुखार से लेकर ठंड आदि लगने के शामिल हैं। ऐसे मौसम में लापरवाही बरतने पर कोल्ड डायरिया, निमोनिया, हाथ- पैर की अंगुलियों में सूजन के अलावा कई गंभीर बीमारी होने का खतरा रहता है। सर्दी के मौसम में इस तरह की होने वाली बीमारियों से सावधानी बरतने के साथ उचित खान-पान रखकर सुरक्षित रहा जा सकता है।
गर्भवती महिलाएं रखें अपना ध्यान
महिला सीएमएस (महिला रोग विशेषज्ञ) डा. शैली सिंह बताती हैं कि प्रतिदिन ओपीडी में 100 से अधिक गर्भवती महिलाएं सर्दी, जुकाम व बुखार से पीड़ित आ रही है। प्रथामिक उपचार देने के बाद सेहत में सुधार न होने पर उनकी डेंगू व अन्य जांच की जा रही है। अभी तक डेंगू की पुष्टि किसी में नहीं हुई। ऐसे में ठंड में गर्भवती महिलाएं अपना विशेष ध्यान रखें। पानी खूब पीयें। इसके साथ हरी सब्जियां, फल, दूध आदि का खूब सेवन करें। इससे गर्भस्थ शिशु का विकास सही तरीके से हो सकें। ठंड से बचाव के लिए पर्याप्त ऊनी कपड़े पहनें, जिससे सर्दी जुकाम बुखार न होने पाए। किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर चिकित्सक की सलाह के बिना किसी दवा का सेवन न करें, अपने आप ली गई दवा से शिशु को नुकसान पहुंच सकता है। इस लिए ध्यान रखने की आवश्यकता है।
सर्दियों में बच्चों-बुजुर्गों का रखें खास ख्याल
बाल रोग विशेषज्ञ डा. सुमन सिरोही ने बताया कि ओपीडी में प्रतिदिन दो सौ से अधिक बच्चे सर्दी, जुकाम व बुखार से पीड़ित आ रहे है। ऐसे में बच्चों को सही इलाज न मिलने पर मलेरिया व अन्य बीमारियों का खतरा बना रहा है। बच्चों को ठंड से बचाकर रखें। खासतौर पर सुबह और शाम के समय। छह माह तक के बच्चे को सिर्फ स्तनपान कराएं। इससे अधिक उम्र के बच्चों को फल, सब्जियां, मेवे, दूध आदि का सेवन कराएं। इससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी और बीमारियों से सुरक्षित रहेंगे। बच्चों व बुजुर्गों को ठंड से बचाने के लिए सुबह शाम ऊनी कपड़े पहनाएं।