Smart Meter: उपभोक्ताओं के सिर का दर्द बना बिजली विभाग का स्मार्ट मीटर! ये चार मामले कर देंगे हैरान
हरदोई में स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत बन गए हैं। कई उपभोक्ताओं के बिलों में भारी गड़बड़ी आ रही है किसी का बिल कई गुना बढ़ गया है तो किसी का शून्य हो गया है।शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। स्मार्ट मीटर में सोलर पैनल के लिए नेट मीटर का विकल्प भी सही से काम नहीं कर रहा है जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है।

जागरण संवादाता, हरदोई। बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने के उद्देश्य से लगाए गए स्मार्ट मीटर (Smart Meter) उपभोक्ताओं के लिए समस्या बन गए हैं, उनको न तो समय से बिल मिल पा रहा है और जो बिल मिल रहा है, उसमें किसी उपभोक्ता का कई गुना, तो कई को शून्य हो गया है। इससे उपभोक्ता बिल संशोधन के लिए विभाग के चक्कर काट रहे हैं पर उनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। खबर में शामिल चार प्रकरण महज समझाने के लिए हैं। ऐसे सैकड़ों उपभोक्ता परेशान हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
जनपद में पांच लाख 42 हजार बिजली उपभाेक्ता हैं। इनमें 72 हजार शहरी उपभोक्ता हैं। विभाग की ओर से सभी उपभोक्ताओं के यहां पर दिसंबर से स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य शुरू किया गया था। प्रथम चरण में शहरी क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाए जाने थे, जिसमें सबसे पहले बिजली विभाग के कार्यालय व अधिकारियों व कर्मचारियों के आवास पर, उसके बाद सरकारी कार्यालय व सरकारी कालोनी में और उसके बाद उन क्षेत्रों में जहां पर लाइन लास अधिक है।
इसके लिए कार्यदायी संस्था की ओर से सर्वे कर ऐसे फीडरों को चिह्नित भी किया गया था। मगर विभागीय मिली भगत से चेयरमैन के निर्देशों को दर किनार कर ऐसे में मुहल्लों में स्मार्ट मीटर लगा दिए गए जहां पर लाइन लास कम है और सरकारी व विभागीय कर्मचारियों के यहां अभी तक मीटर नहीं लग पाए है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार अब तक 29 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, जिसमें अधिकांश साधारण उपभोक्ता है, जिनको लोड एक से पांच किलोवाट तक ही है।।
यह आ रही स्मार्ट मीटर में समस्या
प्रकरण एक: मुहल्ला चौहान थोक निवासी संजय कुमार का दो किलाेवाट का कनेक्शन है, उनको नियमित बिल डेढ़ से दो हजार तक आता था। स्मार्ट मीटर लग जाने के बाद उनका बिल इस माह 12 हजार रुपये भेज दिया गया।
प्रकरण दो: सुभाष नगर निवासी राजेश्वरी का बिल प्रतिमाह दो से तीन हजार आता था, स्मार्ट मीटर लगाने के बाद उनको बिल शून्य भेज दिया गया। अब बिल सही कराने के लिए वह परेशान घूम रहे हैं।
प्रकरण तीन: कोयल बाग कालोनी निवासी सुदामा का दो किलोवाट का कनेक्शन है, उनको बिल दो हजार से 14 हजार रुपये भेज दिया गया। तो शंकर बक्स पुरवा निवासी दिलीप कुमार को स्मार्ट मीटर चेक मीटर से दो गुना तेज चल रहा है।
सोलर पैनल वाले उपभोक्ता भी परेशान
स्मार्ट मीटर में सोलर पैनल के लिए नेट मीटर का भी विकल्प है, इससे अलग से नेट मीटर नहीं लगाया जा सकता है,मगर स्मार्ट मीटर नेट मीटर का कार्य सही से नहीं कर रहा हहै। इससे सोलर पैनल की इनर्जी आयत- निर्यात नहीं हो पा रही है। इससे उपभोक्ताओं को नुकसान हो रहा है।
स्मार्ट मीटर की बिलिंग में अंतर के लिए चेक मीटर लगाए जा रहे हैं, ताकि उसका समाधान निकाला जा रहा सके। इसके अलावा कार्यदायी संस्था को सभी मीटर फीड कराने के निर्देश दिए गए है। उपभोक्ताओं की समस्या का जल्द से जल्द निस्तारित कराने का प्रयास किया जा रहा है और कार्यदायी संस्था को भी लिखा जा रहा है। सोलर पैनल की समस्या का निदान कराया जा रहा है, कुछ तकनीकी खामी है, उसको कंपनी की ओर से दूर किया जा रहा है।- अमित राज चित्रवंशी, अधिशासी अभियंता परीक्षण खंड
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