Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हरदोई में तेज रफ्तार कार ने बाइक को मारी टक्कर, दो की मौत; बेटी के लिए दवा लेने जा रहा था पिता

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 02:21 PM (IST)

    Hardoi Accident | हरदोई में तेज रफ्तार कार ने बाइक को टक्कर मारी जिससे दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान प्रवीण और रावेंद्र के रूप में हुई है जो बेटी के लिए दवा लेने जा रहे थे। पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। घटना कौंसिया मोड़ पर हुई जो दुर्घटना संभावित क्षेत्र है।

    Hero Image
    तेज रफ्तार कार ने बाइक में टक्कर मारी, दो लोगों की मौत।

    जागरण संवाददाता, हरदोई। हाईवे पर हादसे थम नहीं रहे हैं। कौसिंया गांव के निकट शनिवार देर शाम तेज रफ्तार कार की टक्कर से बाइक सवार दो लोगों की मौत हो गई। चालक कार छोड़ कर फरार हो गया। पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर अज्ञात चालक के विरुद्ध एफआइआर दर्ज की है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सवायजपुर के ग्राम कौंसिया के प्रवीण खेती करते थे। शनिवार की शाम वह बाइक से अपने पड़ोसी रावेंद्र के साथ बेटी की दवा लेने रूपापुर जा रहे थे। बाइक प्रवीण खुद चला रहे थे। गांव के पास कटरा-बिल्हौर हाईवे पर सामने से आई तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी।

    टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों बाइक से उछलकर काफी दूर सड़क पर जा गिरे। सिर में चोट आने से रावेंद्र की मौके पर मौत हा गई। स्वजन प्रवीण को मेडिकल कालेज अस्पताल लेकर जा रहे थे। लोनार के निकट उन्होंने दम तोड़ दिया। हादसे के बाद चालक कार छोड़कर फरार हो गया।

    सूचना पर पहुंची पुलिस ने कार को कब्जे में लिया। सवायजपुर थाना प्रभारी प्रिंस कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर अज्ञात चालक के विरुद्ध एफआइआर दर्ज की गई है। जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

    बेसहारा हो गए दो परिवार : प्रवीण के परिवार में पत्नी अनीता के अलावा एक बेटी,बेटा है। जबकि रावेंद्र के परिवार मेें भी पत्नी व दो बच्चे हैं। प्रवीण घर से बेटी की दवा लेकर जल्द आने की बात कहकर निकले थे। रास्ते में कार की तेज रफ्तार दोनों की जिंदगी का काल बनी। पलक झपकते हादसा हुआ और दो परिवार बेसहारा हो गए। घटना से गांव में कोहराम मचा है।

    मोड़ पर की वजह से हुआ हादसा: कौंसिया मोड़ पर आए दिन हादसे होते हैं। शायद ऐसा कोई महीना गुजरता हो,मोड़ पर किसी की जान न जाती हो। जिम्मेदारों की तरफ से हादसों की रोकथाम के लिए कोई खास उपाय नहीं किए। लोगों का कहना है कि जिम्मेदार अगर चेत जाते तो शायद दो जानें बच सकतीं थीं।