Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्कूल के बाथरूम में मिले स्प्रे से ही बिगड़ी थी बच्चों की तबीयत, जांच में हुआ ये खुलासा

    Updated: Sun, 23 Nov 2025 12:06 AM (IST)

    संडीला के लायंस पब्लिक स्कूल में 20 तारीख को बच्चों की तबीयत बिगड़ने की वजह गैस रिसाव नहीं, बल्कि चार छोटे बच्चों की शरारत थी। जांच में पाया गया कि बच्चों ने बाथरूम में एक्सपायरी डेट वाला स्प्रे फेंक दिया था। प्रार्थना सभा के बाद बाथरूम के पास से गुजरने वाले बच्चे उसके प्रभाव में आकर अस्वस्थ हो गए। पुलिस ने सीसीटीवी, फारेंसिक टीम, डॉक्टरों और रसायन विशेषज्ञों की मदद से मामले का खुलासा किया।    

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, हरदोई। संडीला के लायंस पब्लिक स्कूल में 20 तारीख की सुबह बच्चों की तबीयत गैस रिसाव से नहीं बल्कि चार बच्चों की शरारत से खराब हुई थी। पुलिस ने कैमरों, फारेंसिक टीम, चिकित्सकों और रसायन विशेषज्ञों के साथ जांच के बाद राजफाश किया। बच्चों ने बाथरूम में एक्सपायरी डेट का स्प्रे फेंक दिया था। प्रार्थना सभा के बाद जो बच्चे बाथरूम के बाहर से निकले वही उसका शिकार होते गए,जिन बच्चों ने ऐसा किया वह भी छोटे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नई तहसील के सामने स्थित लायंस पब्लिक स्कूल में गुरुवार की सुबह 20 बच्चे खांसी, सांस फूलने से परेशान हो गए थे। बच्चों की हालत इतनी खराब हो गई थी, कि उन्हें डा. संतोष कनौजिया के आरबी हास्पिटल में भर्ती कर आइसीयू में रखना पड़ा। चिकित्सक ने काफी मेहनत की। वहीं दूसरी तरफ कुछ छात्राओं को लखनऊ भेजा गया था। डीएम अनुनय झा, एसपी अशोक कुमार मीणा, एसडीएम नारायणी भाटिया, सीओ संतोष सिंह मौके पहुंचे थे।

    एसपी ने लगाईं चार टीमें

    एसपी ने चार टीम लगाईं। सीओ संतोष सिंह ने जांच अपने हाथ में ली और गुरुवार की सुबह से लगातार चिकित्सकों, रसायन विशेषज्ञों, फारेंसिक टीम के साथ जांच की। 36 घंटे की जांच में 64 कैमरे खंगाले तो राज खुल गया। एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि आईपीएल केमिकल कंपनी के अनुभवी चिकित्सकों को घटनास्थल पर बुलाया गया, इसी क्रम में फारेंसिक टीम को बाथरूम में एक्सपायरी डेट का स्प्रे मिला। उक्त स्प्रे से गला सूखना, सीने में दर्द, बेहोशी , तंत्रिका तंत्र प्रभावित व आंखों में जलन होता है।

    यदि स्प्रे एस्पायर हो तो यह और भी अत्यधिक हानिकारक हो जाता है। गठित टीमों द्वारा गहन छानबीन व सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन से पाया गया कि एक बच्चा सीढ़ियों से सेकंड फ्लोर से फर्स्ट फ्लोर पर दोनों हाथ अपने ब्लेजर की जेब में डाले हुए आता दिखाई दिया एवं इधर -उधर देख कर बाथरूम में जाकर कुछ समय रुका व वापस सेकंड फ्लोर पर अपनी क्लास में चला गया, जिसके संबंध में जांच पड़ताल करने पर पता चला कि बच्चे को स्कूल आते समय कूड़े के ढेर से उक्त स्प्रे मिला था, जिसने उक्त स्प्रे स्कूल में अपने दोस्त को दे दी। बच्चों ने स्प्रे को नष्ट करने के उद्देश्य से स्कूल के फर्स्ट फ्लोर में बने बाथरूम में स्प्रे को खाली कर वही फेंक दिया गया था। उसी की महक से बच्चों की तबीयत खराब हुई थी।

    20 बच्चों की ही तबीयत क्यों हुई खराब:

    सीओ संतोष सिंह ने रसायन विशेषज्ञ डा. आरके भटनागर द्वारा दी गई जानकारी में बताया कि जो स्प्रे बाथरूम में बच्चों ने फेंका था। उससे निकलने वाला रसायन हवा के साथ मिलकर हानिकारक हो जाता है।

    इसकी जो गैस निकलती है वह निचली सतह पर ही रहती है। बाथरूम के पास ही ऊपर कक्षाओं में जाने के लिए सीढ़ियां हैं। प्रार्थना सभा के बाद जो बच्चे बाथरूम से ज्यादा नजदीक से निकले वह इसका शिकार हो गए। छोटे बच्चों पर ज्यादा असर हुआ, जिन बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी थी, उनके ऊपर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा पर जो बच्चे कमजोर थे उनकी तबीयत बिगड़ गई। हालांकि अब सभी बच्चे स्वस्थ हैं।