यूपी के इस जिले में हादसों पर नहीं लग रहा अंकुश, 10 माह में 1016 दुर्घटनाएं; 570 की मौत
हरदोई में यातायात माह के बावजूद सड़क दुर्घटनाओं में कमी नहीं आ रही है। पिछले दस महीनों में 1016 हादसों में 570 लोगों की जान गई है। तेज रफ्तार और यातायात नियमों की अनदेखी मुख्य कारण हैं। शासन-प्रशासन जागरूकता कार्यक्रम चला रहे हैं, पर लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे। ब्लैक स्पॉट चिह्नित हैं, लेकिन संकेतांकों की कमी है।

जागरण संवाददाता, हरदोई। यातायात माह चल रहा है। लोगों को सुरक्षित यातायात के बारे में जागरूक किया जा रहा है। पुलिस अभियान चला ही रही है। लोगों को भी खुद की सुरक्षा के लिए जागरूक होना पड़ेगा। क्योंकि दिनों दिन बढ़ते हादसे चिंता का विषय बनते जा रहे हैं।
पिछले 10 महीनें में कुल 1,016 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गई, जिसमें 570 लोगों ने जान गवाई है, जबकि काफी संख्या में लोग गंभीर रूप से घायल हुए। यातायात विभाग के अनुसार अधिकांश हादसे तेज रफ्तार, ओवरटेकिंग और नियमों की अनदेखी के चलते हुए हैं। कई मामलों में चालक के हेलमेट या सीटबेल्ट न पहनने के कारण हुए हैं, जिनमें चालकों ने अपनी जान गवाई है।
बढ़ते सड़क हादसों को लेकर शासन से लेकर प्रशासन गंभीर नजर आ रहा है। शासन की ओर से समय-समय पर सड़क सुरक्षा सप्ताह, सड़क सुरक्षा माह व यातायात माह का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान लोगों को बिना हेलमेट दोपहिया वाहन न चलाने, बिना सीटबेल्ट चार पहिया वाहन न चलाने, शराब पीकर वाहन न चलाने, तेज रफ्तार में वाहन न चलाने आदि के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
इसके बावजूद लोग यातायात नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। इसके चलते लोग आए दिन हादसे का शिकार होते हैं। पुलिस विभाग के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो जनवरी में 97 सड़क हादसों में 39, फरवरी में 94 सड़क हादसों में 58, मार्च में 109 सड़क हादसों में 62, अप्रैल में 103 सड़क हादसों में 57, मई में 123 सड़क हादसों में 85, जून में 103 सड़क हादसों में 57, जुलाई में 108 सड़क हादसों में 65, अगस्त में 103 सड़क हादसों में 58, सितंबर में 84 सड़क हादसों में 38 व अक्टूबर में 92 सड़क हादसों में 51 लोगों की जान गई। पिछले 10 महीने में 1016 सड़क हादसों में 570 लोग अपनी जान गवां चुके हैं।
ब्लैक स्पाट चिह्नित, पर नहीं लगे सांकेतांक
हरदोई: हादसा रोकने के लिए ब्लैक स्पाट बनाए गए। देखें तो कोतवाली शहर में लालपालपुर व बावन चुंगी, पिहानी में जहानीखेड़ा, गोविंद ढाबा, बरबर मोड, मनिकापुर मोड, शाहाबाद तिराहा, कुइया मोड, हरैया मोड, चौकी अमिरता, कुल्हावर मोड, संडीला में तिलोइया, बेगमगंज, आंशू तिराहा, सुरसा में मझिला पुल, पचकोहरा, मलिहामऊ, कछौना में हरदासपुर, रैसो तिराहा, शाहाबाद में अल्हापुर, ककरघटा, भदासी, बिलग्राम में कन्नौज रोड छिबराम, बेनीगंज में बरगदिया प्रतापनगर, प्रतापनगर चौराहा, नयागांव देवरिया, बघौली में बह्माखेड़ा, डबल नहर पुल, खजुरमई तिराहा, कोतवाली देहात क्षेत्र में खेतुई, कुर्रिया चरौली पुलिया, अटवा असिगांव, इटौली पुल, ककवाही, कौढ़ा, गुलामऊ, नयागांव मुबारकपुर, नानकगंज झाला, पिहानी चुंगी, बंजरबाबा, महोलिया, मुरलीपुरवा, माधौगंज में शेखनपुर, कासिमपुर में गौसगंज, पाली में रुपापुर कौशिया मोड, मुंडेर, परेली, गोपालपुर मोड, भरखनी ब्लाक, अतरौली में अतरौली चौराहा, कनौरा घाट, मल्लावां में खुर्दा मोड, हरदोई उन्नाव मार्ग, सुल्तानपुर पुलिया, गोरी चौराहा, चुंगी नंबर दो, नयागांव चौराहा, बक्शी पुरवा मोड, छोटा चौराहा, सवायजपुर में खम्हरिया, सहिजना, सवायजपुर, सांडी में सांडी पक्षी विहार, सखेड़ा मोड, सठियामऊ, लक्ष्मणपुरवा, हरियावां में बिलहारी, अरवल में कुसमखोर पुल, हरपलाुपर में ककरा तिराहा के पास, लमकन हाईवे रोड, इकरौना, शेखपुर, टडियावां में सिकरोहरी, भड़ायल, इटौली तिराहा, हरिहरपुर, लोनार में नकटौरा पुलिया, नकटौरा पुलिया, दुलापुर मोड आदि ब्लैक स्पाट चिह्नित किए गए हैं, जहां पर सर्वाधिक दुर्घटनाएं होती हैं। इसके बावजूद अधिकतर स्थानों पर कोई संकेतांक नहीं लगा है, जिससे दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र की पहचान हो सके।

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