सर्विस चार्ज का कालम हटा, होटलों में खाने का लुत्फ बढ़ा
होटल व रेस्तरां नहीं वसूल सकेंगे ग्राहकों से सर्विस चार्ज -वेटरों को भी टिप बढ़ने की उम्मीदें खिली बांछें
हरदोई: अच्छी सर्विस देने के नाम पर होटल या रेस्तरां संचालक ग्राहक से सेवा शुल्क नहीं वसूल सकेंगे। शुक्रवार को सरकार के इस आदेश का जहां एक ओर होटल व रेस्तरां संचालकों में चकचक रही वहीं होटलों से खाना खाकर बाहर निकले ग्राहकों के चेहरों पर गजब की खुशी दिखाई दी। ग्राहकों ने बताया कि बिल से सर्विस टैक्स गायब देख उन्हें संतुष्टि मिली।
सर्विस टैक्स थोपा जाना गलत
सरकुलर रोड स्थित तंदूरी वाला रेस्तरां से भोजन करके बाहर निकले प्रायुष ने बताया कि शहर के ही कई होटलों में पहले सर्विस टैक्स लिया जाता रहा है। करीब पांच प्रतिशत उन्हें अतिरिक्त देना पड़ता था। पर अब उम्मीद है होटल संचालक उन पर टैक्स नहीं थोप सकेंगे। यह कहीं न कहीं गलत भी है।
कई बार परिवार के साथ करनी पड़ी बहस
मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि कई बार वह वेटर को कुछ देना चाहते थे पर बिल में सर्विस टैक्स देख वेटरों को टिप नहीं दे पाते थे, लेकिन अब वह स्वेच्छा से वेटरों को टिप देना चाहेंगे। उन्होंने आज यह किया भी। सरकार के इस निर्णय की उन्होंने सराहना की।
जो लेते थे वे भी वर्करों में ही बांटते थे
तंदूरी वाला के संचालक अमिताभ शुक्ल ने बताया कि अपनी बात करें तो उन्होंने शुरुआत की तब से उन्होंने टैक्स लिया ही नहीं। जो शहर में अन्य संचालक लेते हैं वह भी शायद इस टैक्स को अपने वर्करों में बांटते रहे हैं।
हरदोई है साहब, कौन देता है
डीएम चौराहा स्थित ट्रीट रेस्तरां संचालक राजेश सिंह का कहना है कि यह हरदोई है साहब। बिल पर कहीं न कहीं कटौती करने की मांग होती है उस पर सर्विस टैक्स मांगना मूर्खता है। यहां इसका चलन कम है। वेटरों को टिप ग्राहक अपनी खुशी से देते चले आ रहे हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।