Mafia Khan Mubarak: जिला अस्पताल में जब फैल गई सनसनी, हर कोई रह गया हैरान; खान मुबारक को भी था हत्या का डर
जिला चिकित्सालय सोमवार दोपहर अचानक छावनी में तब्दील हो गया और आकस्मिक चिकित्सा कक्ष में मौजूद मरीज व तीमारदारों को पुलिस ने वार्ड में भेजकर खाली करा दिया। हर कोई सकते में था कि इतनी पुलिस चिकित्सालय में क्यों आई है।

हरदोई, जागरण संवाददाता: जिला चिकित्सालय सोमवार दोपहर अचानक छावनी में तब्दील हो गया और आकस्मिक चिकित्सा कक्ष में मौजूद मरीज व तीमारदारों को पुलिस ने वार्ड में भेजकर खाली करा दिया। हर कोई सकते में था कि इतनी पुलिस चिकित्सालय में क्यों आई है। कुछ ही देर में जिला कारागार की पुलिस वैन आकर रुकी और उसमें से एक बंदी को पुलिस कर्मियों ने बाहर निकाला। हर कोई बंदी को देखने के लिए परेशान था, जब चिकित्सक ने उपचार के दौरान बंदी को मृत घोषित कर दिया, तब लोगों को पता चला कि बंदी शार्प शूटर खान मुबारक है और उसकी बीमारी से मौत हो गई।
कुछ ही समय में खान मुबारक की मौत की खबर पूरे जिले में फैल गई। हर कोई खान मुबारक की चर्चा करते दिखे। एसपी राजेश द्विवेदी, सीओ सिटी सत्येंद्र सिंह, सीओ बघौली विकास जायसवाल चिकित्सालय पहुंचे और चिकित्सक से पूरी जानकारी ली।
माफियाओं के साथ हो रही घटनाओं को लेकर पुलिस प्रशासन रहा अलर्ट
प्रयागराज में 15 अप्रैल को काल्विन अस्पताल के बाहर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या और आठ जून को लखनऊ न्यायालय में संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या को देखते हुए जब शूटर खान मुबारक को जिला चिकित्सालय लाया गया तो पुलिस प्रशासन अलर्ट नजर आया। आईसीयू वार्ड के पास से लेकर आकस्मिक चिकित्सा कक्ष के अंदर पुलिस फोर्स थी। कक्ष के गेट पर शस्त्रों के साथ खड़े पुलिसकर्मियों ने किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया। पुलिस फोर्स को देखकर हर कोई सहमा सा नजर आया।
जिला कारागार में विशेष निगरानी में रहता था खान मुबारक
शार्प शूटर 24 घंटे पुलिस कर्मियों की विशेष निगरानी में रहता था, जब भी उसे पेशी के लिए ले जाया जाता था तो भारी पुलिस फोर्स साथ में रहती थी। खान मुबारक के बीमार होने पर लगातार चिकित्सकों की टीम उसकी समय-समय उसकी जांच करती रहती थी। सोमवार सुबह उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी तो मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों की टीम उसकी जांच करने के लिए जिला कारागार भी गई थी, जांच के बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और जिला चिकित्सालय लाया गया था।
हत्या का सता रहा था डर, निमोनिया ने ली जान
अमेठी के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता जंग बहादुर सिंह की हत्या की साजिश रचने के आरोप था। वर्ष 2018 में सुल्तानपुर के जिला कारागार में खान मुबारक बंद था, जहां पर उसने अपनी हत्या किए जाने की आशंका जताई थी। उसे हत्या का डर सता रहा था, लेकिन निमोनिया ने शार्प शूटर की जान ले ली। शार्प शूटर की मौत की जानकारी पुलिस ने परिजनों को दी।
लखनऊ, नोएडा, प्रयागराज और अंबेडकरनगर में दर्ज थे 40 मुकदमे
शार्प शूटर खान मुबारक पर प्रयागराज के सिविल लाइन में एक, कर्नलगंज में चार और धूरपुर में एक, अंबेडकरनगर के हंसवर में 21, टांडा में चार, बसखारी और अलीगंज में तीन-तीन, लखनऊ के पीजीआई क्षेत्र में दो व नोएडा के सेक्टर 20 में एक सहित 40 मुकदमे दर्ज थे।

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