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    Hardoi News: हरदाेई में दाे बाइकों की भिड़ंत में मामा-भांजे की मौत, दंपति समेत चार घायल

    By Sandeep Kumar Pandey Edited By: Dharmendra Pandey
    Updated: Sat, 25 Oct 2025 03:47 PM (IST)

    Bikes Accident in Hardoi: अनुराग की हालत गंभीर होने पर उसे लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया। लखनऊ में अनुराग ने भी दम तोड़ दिया। थाना प्रभारी सुरसा ने सुनील कुमार मश्रा बताया कि बाइकों की रफ्तार तेज होने के कारण हादसा हुआ है। तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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    मृतक किसान ऋषि व छह वर्षीय भांजा अनुराग

    जागरण संवाददाता, हरदोई: पचकाेहरा में तेज रफ्तार बाइकों पर नियंत्रण खाे देने का खामियाजा दाे परिवार काे भुगतना पड़ा है। यहां पर हरदोई-बिलग्राम मार्ग पर शुक्रवार को बाइकों की भिड़ंत में मामा-भांजे की मौत हो गई। हादसे में दंपति समेत चार लोग घायल हो गए। सभी घायलों का मेडिकल कालेज अस्पताल में उपचार चल रहा है।

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    सुरसा के ग्राम खुद्दीपुरवा के ऋषि किसान हैं। भैयादूज पर उनकी बहन रामदेवी, बहनोई बलराम व छह वर्षीय भांजा अनुराग घर आए थे। शुक्रवार काे दोपहर में ऋषि अपने बहन व बहनोई को बाइक से उनके घर ले जा रहे थे। हरदोई-बिलग्राम मार्ग पर कौंथेलिया पुलिया के पास सामने से आई बाइक से उनकी बाइक की भिड़ंत हो गई। इस हादसे में ऋषि व उसकी बहन, बहनोई, भांजा घायल हो गया। दूसरी बाइक पर सवार शाहजहांपुर के जलालाबाद के ग्राम हरैवा के विपिन और रुकुम पाल चाेटिल हाे गए।
    राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को एंबुलेंस से मेडिकल कालेज अस्पताल भेजा। चिकित्सक ने त्रृषि को मृत घोषित कर दिया था। अनुराग की हालत गंभीर होने पर उसे लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया। लखनऊ में अनुराग ने भी दम तोड़ दिया। थाना प्रभारी सुरसा ने सुनील कुमार मश्रा बताया कि बाइकों की रफ्तार तेज होने के कारण हादसा हुआ है। तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
    एक बाइक पर चार थे सवार, काल बनी रफ्तार
    लाेग बिना हेलमेट लगाए, एक से अधिक लोगों को बैठाकर बाइक चलाने में खुद के साथ दूसरे की भी जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं। रोजाना ऐसे ही हादसे हो रहे हैं। ऋषि हेलमेट तो लगाए था,लेकिन यातायात के अन्य नियमों की भूल कर गया।

    बलराम के घर का बुझ गया चिराग

    हादसे में बलराम के घर का तो चिराग ही बुझ गया। बलराम का बेटा अनुराग एक बहन के बीच इकलौता था। जबकि ऋषि तीन भाइयों में छोटे थे। दो मौतों से घरों में कोहराम मचा है। वहीं बलराम और रामदेवी अस्पताल में जिंदगी मौत के बीच जंग लड़ रही है।