हरदोई में गैस सिलेंडर विस्फोट से मकान ढहा, मां-बेटियां झुलसी; आखिर कैसे हुआ ब्लास्ट?
हरदोई के हडहा गांव में गैस सिलेंडर फटने से एक मकान ढह गया और एक महिला और उसकी दो बेटियां गंभीर रूप से झुलस गईं। विस्फोट इतना जोरदार था कि पूरा घर क्षतिग्रस्त हो गया और आग लगने से घर का सारा सामान जलकर राख हो गया। ग्रामीणों ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

जागरण संवाददाता, हरदोई। सुरसा विकास खंड के अंतर्गत हडहा गांव में सोमवार रात को गांव निवासी राजेश सिंह पुत्र नत्था के घर में रखे गैस सिलेंडर में हुए विस्फोट से मकान क्षतिग्रस्त हो गया वहीं आग से मां और दो बेटियां गंभीर रूप से झुलस गई। आग की चपेट में आने से सारी गृहस्थी राख हो गई। करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लोगों द्वारा आग पर काबू पाया गया।
हडहा निवासी राजेश सिंह उर्फ राजा बाहर रहकर प्राइवेट फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं।घर पर पिता नत्था सिंह मां नीलम सिंह व बहू रीना सिंह के साथ व दो पोती रागिनी व राधिका रहती है। नीलम सिंह ने बताया की वह बाहर लेटी हुई थी। बहू व उसके बच्चे उपर छत पर लेटे हुए थे। वहीं पीछे वाले कमरे में रात करीब नौ बजे पूजा आदि के बाद दीपक जलाकर रख दिए गए।
सभी लोग सोने लगे थोड़ी देर बाद गैस सिलेंडर में तेज धमाके से विस्फोट हो गया। और आग की लपटे बाहर कमरे से बाहर आने लगी । विस्फोट इतना भयानक था की पूरा मकान ढह गया।मकान की ईंटें खेतों में जा गिरी। इस बीच रीना रागिनी और राधिका आग की चपेट में आने से गंभीर रूप झुलस गए।
चीख पुकार के बीच लोगों ने घायलों को जैसे तैसे बाहर निकाला और करीब तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया गया। लेकिन तब तक सारी गृहस्थी जलकर राख हो चुकी थी। सूचना पर 112 नंबर व थाना पुलिस मौके पर पहुंची।और घायलों की कछौना सीएचसी भेजा गया।
खाने को बची रोटी न पहनने को कपड़ा मकान
बुजुर्ग नत्था सिंह बताते हैं वह काफी समय से बीमार है,घर के बाहर ही रहते हैं।पूरा गांव दीपावली की खुशियां मना रहा था,पता नहीं कौन से मनहूस घड़ी थी।घर का सारा समान कपड़े राशन बच्चों की किताबे चारपाई,आदि सब कुछ तो आग ने खा लिया। रहने को मकान तक नहीं बचा ।परिवार का बसेरा कैसे होगा।
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