भीड़ से बचने को नहीं करना होगा 'जोड़-तोड़', अब घर बैठे मिनटों में बनेगा Passport
पासपोर्ट बनवाना अब आसान हो गया है। डिजिटल इंडिया के तहत, अब घर बैठे ही ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करके, फीस का भुगतान करके और अपॉइंटमेंट लेकर पासपोर्ट बनवाया जा सकता है। दस्तावेजों की जांच के बाद, पुलिस वेरिफिकेशन के बाद पासपोर्ट सीधे घर पर भेजा जाएगा। इससे समय और पैसे की बचत होगी।

जागरण संवाददाता, हरदोई। पासपोर्ट बनवाने वालों के लिए राहत भरी खबर है। इसे बनवाने के लिए लोगों को दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने होंगे।
डिजिटल इंडिया के संकल्प को दोहराते हुए प्रधान डाकघर ने इस प्रक्रिया को काफी हद तक सहज कर दिया है। पोस्ट मास्टर का कहना है कि सावधानी व धैर्य रखें तो पासपोर्ट बनवाना अब बहुत ही सहज हो गया है और इसके लिए आवेदन घर बैठ कर ही किया जा सकता है।
पोस्ट मास्टर डा. अरुण प्रताप सिंह भदौरिया ने बताया कि डिजिटल इंडिया का संकल्प हर नागरिक को तकनीकी माध्यमों से सरकारी सेवाओं को सरलता पूर्वक पहुंचा रहा है। यदि व्यक्ति थोड़ी सावधानी और धैर्य रखे तो बिना किसी एजेंट या बिचौलिए के अपने जिले के प्रधान डाकघर में जाकर पासपोर्ट सहजता से बनवा सकता है।
पहले जहां पासपोर्ट बनवाने के लिए एजेंटों, लंबी लाइनों और बार-बार दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे, वहीं अब यह प्रक्रिया पूरी तरह आनलाइन और पारदर्शी हो गई है। कोई भी व्यक्ति घर बैठे स्वयं आवेदन कर सकता है और अपने जिले के प्रधान डाकघर में जाकर निर्धारित तिथि पर पहुंचकर पासपोर्ट बनवा सकता है।
ऐसे करना है आवेदन
सबसे पहले आवेदक को विदेश मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट https://passportindia.gov.in पर जाकर नया यूजर रजिस्ट्रेशन करना होता है। इसमें नाम, जन्मतिथि, ईमेल आईडी और पासवर्ड सेट करने के बाद ईमेल पर आए लिंक से अकाउंट सक्रिय किया जाता है। इसके बाद लागिन कर एप्लाई फार फ्रेश पासपोर्ट या री इश्यू आफ पासपोर्ट विकल्प पर क्लिक किया जाता है। आनलाइन आवेदन फार्म में व्यक्तिगत जानकारी, पता और पहचान से जुड़े विवरण भरने होते हैं।
फीस भी ऑनलाइन
फार्म पूरा करने के बाद फीस का आनलाइन भुगतान करना होता है। सामान्य पासपोर्ट की फीस 1500 रुपये और तत्काल पासपोर्ट की फीस 3500 रुपये निर्धारित है।
भुगतान के बाद अपने जिले के प्रधान डाकघर, जिसे अब पासपोर्ट सेवा केंद्र के रूप में विकसित किया गया है, का चयन किया जाता है। यहीं से अपाइंटमेंट की तारीख और समय चुना जाता है। आवेदक को एक स्लिप मिलती है, जिसे प्रिंट कर अपाइंटमेंट के दिन डाकघर लेकर जाना आवश्यक होता है।
डाकघर में होती दस्तावेजों की जांच
डाकघर में फोटो खींची जाती है, फिंगरप्रिंट लिए जाते हैं और दस्तावेजों की जांच की जाती है। आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, पैन कार्ड या वोटर आईडी, जन्म प्रमाण पत्र अथवा दसवीं की अंक पत्र और पते का प्रमाण शामिल होता है।
पूरी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आवेदन पुलिस वेरिफिकेशन हेतु भेजा जाता है। पुलिस सत्यापन पूर्ण होने के बाद पासपोर्ट स्पीड पोस्ट के माध्यम से सीधे आवेदक के पते पर भेज दिया जाता है।
यह सुविधा न केवल नागरिकों के लिए समय और धन की बचत करती है, बल्कि सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता और विश्वास को भी बढ़ाती है। प्रधान डाकघर के माध्यम से पासपोर्ट सेवा केंद्रों की स्थापना ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों के लिए एक बड़ी राहत है, जहां अब लोग दूर के शहरों तक जाने से मुक्त हो गए हैं।
डा. अरुण प्रताप सिंह भदौरिया, पोस्टमास्टर , हरदोई।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।